ऑफर (व्यंग्य रचना)

ऑफर (व्यंग्य रचना)

शुभम वैष्णव

ऑफर (व्यंग्य रचना)
आजकल ऑफर का जमाना है। हर चीज पर ऑफर चल रहा है। कभी सस्ते मोबाइल का ऑफर तो कभी सस्ते घर का ऑफर, और तो और कभी कभी तो राजनेताओं के यहां भी व्यक्ति विरोध के नाम पर देश विरोधी बयान देने की मानसिकता का ऑफर भी चलता है। भारतीय सेना ने भी पाकिस्तान और उसके आतंकियों के लिए कई ऑफर चला रखे हैं। अब तक कई आतंकी इस ऑफर से लाभान्वित हो चुके हैं। भारतीय सेना का यह ऑफर पाकिस्तान और उसके आतंकियों के लिए गले की हड्डी बन गया है जो ना तो निगलते बनता है और ना ही उगलते।

यदि कोई भी आतंकी जन्नत और 72 हूरों के पास जाना चाहता है तो उसे तुरंत ही भारतीय सेना से संपर्क करना चाहिए क्योंकि भारतीय सेना ने अब तक उनके कई साथी आतंकवादियों को 72 हूरों के पास, जन्नत की सैर पर भेज दिया है। कश्मीर में तो यह ऑफर ऑपरेशन ऑल आउट के अंतर्गत कई सालों से चल रहा है और इस ऑफर का लाभ कई खूंखार आतंकवादी ले चुके हैं। अब भी कई आतंकवादियों को इस ऑफर के अंतर्गत बंदूक की गोली मिलने वाली है। जो भी व्यक्ति निर्दोष आदमियों को मारने के लिए हथियार उठाएगा, उसे उठाने का जिम्मा भारतीय सेना ने ले लिया है। जो भी आतंकवादी जन्नत की सैर करना चाहता है उसे तुरंत ही भारतीय सेना के द्वारा 72 हूरों के पास भेज दिया जाएगा।

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