पुत्रों ने मॉं की कामना पूरी की
प्रेरक प्रसंग – 3
सरदारशहर के गणेश जी की बाड़ी मोहल्ले में रहने वाली चंदा देवी धर्मपत्नी मोहनलाल शर्मा गत 15 वर्षों से फ्लोराइड से पीड़ित हैं। इस कारण वे चलने फिरने में असमर्थ हैं। उनके पुत्र रामस्वरूप उनकी देखभाल करते हैं। रामजन्मभूमि के प्रथम अभियान के समय प्रभु राम के मंदिर के निमित्त इनके द्वारा सवा रुपये का दान किया गया था। तब से ही इनकी कामना थी कि भगवान श्री रामजी के मंदिर का निर्माण जब भी हो तो उसके लिए उनके हाथ से कुछ न कुछ समर्पण अवश्य हो। और अब …. जब अत्यधिक बीमारी की अवस्था में चंदा देवी ने बेटे से कहा – मैं कब तक हूं इस दुनिया में पता नहीं, लेकिन मेरी अंतिम इच्छा है कि राम काज के लिए मैं अपने हाथों से कुछ अर्पित करूं – तो बेटा भी भावुक हो गया। और इस कार्य की पूर्ति के लिए उन्होंने संघ के जिला संघचालक डॉ. बनवारीलाल शर्मा से सम्पर्क किया तथा अपनी माताजी की इच्छा अनुरूप निधि समर्पण का आग्रह किया। चंदा देवी के रामस्वरूप, लक्ष्मीनारायण और सत्यनारायण तीन पुत्र हैं। रामस्वरूप ने जब मॉं के मन की बात दोनों भाइयों को बताई तो उन्होंने भी मॉं की इच्छा का सम्मान किया और साधारण परिवार के तीनों पुत्रों ने मिलकर मॉं के आग्रह और इच्छा अनुरूप अपनी बचत से 11,000 की राशि का माताजी के हाथों से समर्पण करवाया। बड़े पुत्र लक्ष्मीनारायण की कपड़े की दुकान है और सत्यनारायण ईंट भट्टे पर नौकरी करते हैं।