झालावाड़ : एक नाबालिग, 18 दरिंदे, 9 दिनों तक गैंग रेप, 20 आरोपी गिरफ्तार
झालावाड़ से कोटा निवासी 15 वर्षीया नाबालिग के साथ 18 दरिंदों द्वारा 9 दिनों तक गैंग रेप की पाशविक घटना सामने आई है। 25 फरवरी 2021 को पीड़िता की एक दोस्त और उसका साथी बैग दिलवाने के बहाने उसे कोटा के सुकेत से झालावाड़ ले गए और वहॉं उसे नब्बू एवं उस्ताद के हवाले कर दिया। उसके बाद 18 दरिंदों ने घर, होटल, निर्माणाधीन मकान और खेत में चाकू की नोक पर डरा धमकाकर व नशा देकर उसके साथ कई बार गैंग रेप किया। 9 दिनों तक लगातार दुष्कर्म के बाद 5 मार्च, 2021 को उसे वापस घर छोड़ दिया गया। पीड़िता की विधवा माँ ने 6 मार्च को थाने में जाकर मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई। लड़की के भाई ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि बहन के गुम होने पर हम दो बार पुलिस के पास गए, लेकिन दोनों बार ही हमें भगा दिया गया। यदि उस समय पुलिस मामला दर्ज करके उसे को ढूंढ लेती तो यह सब नहीं होता।
पीड़िता ने एक समाचार पत्र को आपबीती बताते हुए कहा – वहाँ पार्क में उसे कुछ लोग मिले, जिनका नाम नब्बू, सोनू (नाबालिग का बदला नाम) और एक आदमी था, जिसे बुलबुल उस्ताद बुलाती थी। नब्बू स्कूटी से उसे रात के समय एक कमरे में ले गया, लेकिन मोहल्ले वालों द्वारा हंगामा मचाने पर उसे वहीं छोड़ कर भाग गया। पीड़िता का आरोप है तब वहाँ की पुलिस ने उसका नाम-पता पूछ कर उसे भगा दिया। वह भागकर पार्क में आई तो वहाँ नब्बू, सोनू और साहिल फिर मिल गए। साहिल उसे स्कूटी पर बैठाकर गागरोन ले गया, नब्बू और सोनू भी गागरोन आ गए। रात को एक निर्माणाधीन मकान में नब्बू ने रात भर रेप किया। वहाँ कोई एक लँगड़ा व्यक्ति था, जिसने उसे होटल ले जाकर रेप किया। इसके बाद राजा, छोटू और शाहरुख़ ने स्मैक-चिलम पीने के बाद उसका रेप किया। फिर उसे साहिल को सौंप दिया गया। वहाँ कार से उसे गागरोन ले जाकर फिर गैंगरेप किया गया। इस दौरान उसकी पिटाई भी की गई। वहाँ बिट्टू और चिंटू ने पूरी रात उसके साथ दुष्कर्म किया। बिट्टू के दोनों सालों ने भी रेप किया। सुबह नाना नाम के लड़के ने उसे दिन भर घुमा कर वापस पार्क में छोड़ दिया, जिसके बाद छोटू, फद्दू, सोनू और डीके सहित कई लड़कों ने रेप किया।
मामला सामने आने के बाद लोगों ने रोष व्यक्त किया, सोशल मीडिया पर भी प्रतिक्रियाएं सामने आईं। पीड़िता के पड़ोसी कानाराम ने कहा झालावाड़ में मोहल्ले वालों के हंगामे के बाद भी पुलिस ने लड़की का नाम-पता पूछकर उसे जाने दिया। यदि तब भी पुलिस वाले अपनी जिम्मेदारी समझ लेते तो लड़की सुरक्षित घर आ सकती थी। दूसरी ओर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अब तक 20 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।