गोकशी का घिनौना खेल: सडक़ पर बिखरे मिले गोवंश के अवशेष

अलवर में मालाखेडा की घटना

अलवर । प्रदेश में बड़े पैमाने पर हो रही गो तस्करी व गोकशी के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं, लेकिन पुलिसतमाम प्रयासों के बावजूद इन पर अंकुश लगाने में विफल साबित हो रही है। ऐसा ही एक बड़ा मामला अलवर जिले के मालाखेड़ा थाना इलाके में अलवर-जयपुर मार्ग पर सामने आया है, जहां नटनी का बारा से कुशालगढ़ तक करीब १५ किलोमीटर सडक़ पर गोवंश के अवशेष मिलने से हडकंप मच गया। लोगों का कहना है कि रात १२ बजे तक सडक़ पर कुछ भी नहीं था, लेकिन अलसुबह कोहरा छटने पर देखा तो सडक़ के बीचोंबीच भारी मात्रा में गोवंश के जबड़े व हड्डियां पडे मिले, इसे देखकर लोगों में रोष व्याप्त हो गया।

सरिस्का क्षेत्र के पास नटनी का बारा से लेकर कुशालगढ़ तक माधोगढ़, कुशालगढ़, नारायणपुर, नलदेश्वर पुलिया पर लगभग १५ किलोमीटर सडक़ पर गोवंश के करीब 200 से अधिक अवशेष मिले हैं। ग्रामीणों ने बताया कि मंगलवार सुबह सडक़ पर गोवंश के जबड़े, हड्डियां, पैर, ढांचा आदि के अवशेष मिले हैं। लोग गोवंश के सैकड़ों अवशेष देखकर भौचक्के रह गए। गोवंश के अवशेष की कुशालगढ़ चौराहे पर सबसे अधिक संख्या में ढेर लगा हुआ था।

तस्करी के साथ बड़े पैमाने पर हो रही गोकशी?

अब यह लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिरकार इतनी बड़ी तादात में गोवंश के अवशेष कहां से लाए जा रहे हैं। बताया यह भी जा रहा है कि कोई वाहन में भरकर गोवंश के अवशेषों को ले जाया जा रहा था। जिसमें से यह अवशेष सडक़ पर गिर गए। ग्रामीणों में गोवंश के अवशेष को लेकर भारी आक्रोश है।

इससे एक बात तो पूरी तरह साफ हो गई है कि मेवात में बड़ी संख्या में गोकशी व गो तस्करी का खुला खेल बेरोकटोक चल रहा है। हालांकि पुलिस भी आए दिन तस्करी के लिए ले जाए जाने वाले गोवंश को बरामद करने की कार्रवाई कर रही है, लेकिन तस्करी पर पूरी तरह अंकुश नहीं लग पा रहा है।

वहीं इस पूरे मामले मालाखेडा पुलिस मान रही है कि यह सभी गोवंश संभवत: किसी वाहन से गिरे है या फिर किसी ने जानबूझकर क्षेत्र में गोवंश के अवशेष गिराए हैं। मामले की जांच की जा रही है।

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