पंचांग 24 अगस्त 2021
सुविचार
जातस्य हि ध्रुवो मृत्युर्ध्रुवो जन्ममृतस्य च। तस्मादपरिहार्येर्थे न त्वं शोचितुमर्हसि।।
भावार्थ
गीता में श्रीकृष्ण अर्जुन को उपदेश देते हुए कहते हैं कि हे अर्जुन! जिसका जन्म हुआ है, उसकी मृत्यु निश्चित है और जिसकी मृत्यु हुई है, उसका जन्म भी निश्चित है। इसलिए इस निरुपाय विषय में तेरा शोक करना व्यर्थ है।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।