अभाविप की कार्य पद्धति पर लिखित पुस्तक संगठन कौशल का विमोचन
दिल्ली के आईआईएलएम इंस्टीट्यूट में राजकुमार भाटिया द्वारा संकलित संगठन कौशल नामक पुस्तक का विमोचन बुधवार को सम्पन्न हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में नितिन जयराम गडकरी (केंद्रीय मंत्री सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग, भारत सरकार) एवं मुख्य वक्ता के रूप में सुनील आम्बेकर (अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) उपस्थित रहे। मदन दास देवी (पूर्व सह – सरकार्यवाह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) का सान्निध्य भी कार्यक्रम में प्राप्त हुआ। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी भी कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रही।
कार्यक्रम में उपस्थित नितिन गडकरी ने कहा कि आज बड़े हर्ष की बात है कि यशवंत राव जी केलकर के विचारों को संकलित करके पुस्तक की रचना की गयी है। मैंने विद्यार्थी परिषद में यशवंत राव जी के साथ एक कार्यकर्ता के रूप में काम किया है और मेरे जीवन में जो भी सकारात्मक परिवर्तन आए हैं, वे सभी विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के रूप में कार्य करने से ही आए हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचार प्रमुख सुनील आम्बेकर ने पुस्तक का आमुख भी लिखा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र पुनर्निर्माण की इस यात्रा में जल्द हम उस पड़ाव पर होंगे, जब कोई युवा अपने आप को पीछे नहीं पाएगा। हमारे संगठन की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम सामान्य लोगों की असामान्यता पर पूर्ण विश्वास करते हैं। युवाओं को दिशा देने का काम आज विद्यार्थी परिषद कर रही है।
अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा, यशवंत राव केलकर जी को यदि विद्यार्थी परिषद का शिल्पकार कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। आज उनके विचारों से प्रेरित होकर विद्यार्थी परिषद का परिवार रूपी विशाल वटवृक्ष देश भर में विभिन्न आयामों के माध्यम से विद्यार्थियों को दिशा दिखा रहा है। देश भर में 1,09,335 स्थानों पर स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण का कार्यक्रम भी विद्यार्थी परिषद की कार्यशैली का प्रतिबिम्ब है।
कार्यक्रम का आयोजन कोरोना काल के सभी नियमों को ध्यान में रखते हुए किया गया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन की विशेषता, कार्यपद्धति का विश्लेषण करने वाली यह पुस्तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार भाटिया द्वारा लिखी गयी है। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और अभाविप के बहुत से पूर्व कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे। संगठन कौशल नाम से पुस्तक की रचना यशवंत राव केलकर के विचारों को और आगे ले जाते हुए विद्यार्थी परिषद की कार्यपद्धति को समझाने हेतु की गई है। इस पुस्तक में बहुत से लोगों के लेखों का संकलन है, जिसे सुरुचि प्रकाशन के द्वारा प्रकाशित किया गया है।