भरतपुर व टोंक में सीएए के समर्थन में निकाली तिरंगा यात्रा

जयपुर, 03 फरवरी । एक ओर नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में कुछेक स्थानों पर धरने-प्रदर्शन आदि किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सीएए के समर्थन में प्रदेश के जिलों में बड़े कार्यक्रम आयोजित करके जनजागरण किए जा रहे हैं। ऐसे ही दो बड़े कार्यक्रम भरतपुर व टोंक जिले में आयोजित हुए हैं। भरतपुर में राष्ट्रीय एकता मंच के नेतृत्व में विभिन्न संगठनों द्वारा नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में शहर में तिरंगा यात्रा निकाली गई। इसमें शामिल लोगों ने तीन सौ फीट लंबा तिरंगा लेकर पैदल मार्च किया। तिरंगा यात्रा यातायात चौराहे से शुरू हुई यात्रा में लोगों ने देशभक्ति गीत, भारत माता की जय, वन्दे मातरम के जयघोष लगाए। यात्रा का मुख्य बाजार में जगह-जगह पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया।

यात्रा में आमजन के अलावा व्यापारी वर्ग सीएए के समर्थन में नजर आए। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता्र बाबूलाल ने कहा कि सीएए किसी जाति, धर्म या व्यक्ति के खिलाफ नहीं है। यह तो पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान में धार्मिक आधार पर प्रताडि़त हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी समुदाय के लोगों को नागरिकता प्रदान करने के लिए है, जिससे कि वे भारत में अपना जीवन सम्मान पूर्वक व्यतीत कर सकें। सीएए भारत के किसी की भी नागरिकता छीनने वाला नहीं, बल्कि नागरिकता देने वाला कानून है। उन्होंने कहा कि सन 1947 में इन देशों में 23 प्रतिशत हिन्दू, बौद्ध, सिख,जैन, पारसी, धर्म के लोग रहते थे, लेकिन अब घटकर 1.5 प्रतिशत रह गए हैं। उन्होंने कहा कि सीएए से भारतीय संस्कृति जीवित रखना है। यात्रा में भरतपुर व्यापार महासंघ, विश्व हिन्दू परिषद, स्वदेशी जागरण मंच, बजरंग दल, हिन्दू जागरण मंच, विस्थापित दलित अधिकार मंच, सिंधी पंचायत, ब्राहमण महासभा, पूर्व सैनिक कल्याण परिषद, अधिवक्ता परिषद, जाट महासभा, युवा अग्रवाल महासभा, भाजपा, भाजयुमो, तिब्बत सहयोग मंच, गायत्री परिवार, पतंजलि योग समिति, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद व अन्य संगठनों ने भाग लिया।

 

टोंक में रैली निकालकर आयोजित हुई विशाल सभा
टोंक शहर में सीएए के समर्थन में रविवार को शहर में रैली निकाली गई। इसके बाद रामलीला मैदान में सभा का आयोजन हुआ। सभा को सम्बोधित करते हुए वक्ता प्रणवेन्द्र शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने अपना वोट बैंक बनाने के लिए पाकिस्तान व बांगलादेश से आए शरणार्थियों की परवाह नहीं की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शरणार्थियों की रक्षा का बीड़ा उठाया है। प्रधानमंत्री ने शरणार्थियों को सम्मान से जीने का अधिकार दिया है। इससे विपक्ष में खड़े लोगों को दु:ख हुआ। इसलिए उन्होंने इस निर्णय का विरोध किया।

उन्होंने कहा कि सीएए नागरिकता छीनने वाला नहीं, नागरिकता देना वाला है, लेकिन विपक्ष देश के लोगों को गुमराह कर रही है। दिल्ली से आए वक्ता सोहेल हिन्दुस्तानी ने कहा कि कानून देशहित में है। विपक्ष बौखला कर कानून का दुष्प्रचार कर रही है। जबकि इस कानून से किसी को कोई नुकसान नहीं है। देश में भाईचारा का माहौल है, उसे बिगाडऩे का काम विपक्ष कर रही है। यहां सीएए के समर्थन में रैली सवाईमाधोपुर चौराहा स्थित मंशापूर्ण भूतेश्वर महादेव मंदिर से रवाना होकर रामलीला मैदान पहुंची। रैली का जगह-जगह स्वागत किया गया। रैली के बाद सभा का आयोजन हुआ।

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