भारत की स्वतंत्रता अनमोल है- स्वांत रंजन
संघ कार्यालयों में उल्लासपूर्वक मनाया गया स्वाधीनता दिवस
जयपुर, 15 अगस्त। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय कार्यालय भारती भवन में 74वां स्वाधीनता दिवस उल्लासपूर्वक मनाया गया। सुबह साढ़े सात बजे संघ के अखिल भारतीय बौद्धिक शिक्षण प्रमुख स्वांत रंजन ने ध्वजारोहण किया। जहां राष्ट्रगान के बाद वंदेमातरम व भारत माता के जयकारे लगाए तथा स्वयंसेवकों को मिठाई वितरित की गई। इस दौरान स्वांत रंजन ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता अनमोल है, लेकिन अखण्ड भारत के बिना स्वतंत्रता अभी अधूरी है। हमें स्वतंत्रता सेनानियों के स्मरण के साथ-साथ वृहद भारत का संकल्प लेना होगा।
उन्होंने कहा यह अच्छी बात है कि समाज में सजगता व संवेदनशीलता बढ़ती जा रही है। भारत रक्षा के क्षेत्र में स्वाभिमानी एवं आर्थिक क्षेत्र में स्वावलम्बी बन रहा है। भारत अपनी सीमा व संस्कृति से पड़ोसी देशों का संरक्षण करने में समर्थ होगा, इस संकल्प को हम स्मरण रखें। इस दौरान अखिल भारतीय गोसेवा प्रमुख शंकरलाल, घूमंतु कार्य प्रमुख दुर्गादास, क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम, वरिष्ठ प्रचारक सत्यनारायण, मूलचंद सोनी, कार्यालय प्रमुख सुदामा समेत स्वयंसेवक दो गज दूरी का पालन करते हुए उपस्थित रहे।
शहीदों के सपनों का भारत बनाने का संकल्प लें- दुर्गादास
राजापार्क में जनता कॉलोनी स्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यालय विद्यार्थी भवन पर संघ के अखिल भारतीय घूमंतु कार्य प्रमुख दुर्गादास व प्रांत अध्यक्ष राजेश यादव ने ध्वजारोहण किया। संक्षिप्त कार्यक्रम में दुर्गादास ने कहा कि आज का दिन उन सभी हुतात्माओं के प्रति नमन व उनके सपनों का भारत बनाने का संकल्प लेने का है। ऐसे में हम एक ओर क्रांति की मशाल जलाने का संकल्प करें वहीं दूसरी ओर शिक्षित, समरस, समर्थ, स्वस्थ, विकसित व विश्व गुरु भारत बनाने का।
इसी प्रकार विश्व संवाद केन्द्र कार्यालय मधुकर भवन पर वरिष्ठ प्रचारक रामप्रसाद ने, सेवा सदन में संघ के क्षेत्रीय सेवा प्रमुख शिवलहरी व सेवा भारती के क्षेत्रीय अध्यक्ष कैलाश शर्मा ने, पाथेय भवन मालवीय नगर में सम्पादक मेघराज खत्री व प्रबंध सम्पादक माणकचंद ने ध्वजारोहण किया।
समर्थ व संगठित भारत के बिना विश्व शांति संभव नहीं— निम्बाराम
स्वाधीनता दिवस के अवसर पर जामडोली स्थित केशव विद्यापीठ में संघ के क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम ने ध्वजारोहण किया। राष्ट्रगान के बाद एनसीसी कैडेटस ने उन्हें सम्मान दिया। अपने सम्बोधन में क्षेत्र प्रचारक ने कहा कि अखण्ड भारत का 24वां विभाजन 14 अगस्त को हुआ था, यह सब अंग्रेजों की कुटिल चाल थी। उस समय महर्षि अरविन्द के कहा था कि 15 अगस्त राजकीय स्वाधीनता का दिन है, सांस्कृतिक व धार्मिक स्वतंत्रता के लिए अभी लम्बा संघर्ष करना पड़ेगा। बंग-भंग आंदोलन से निकले वंदेमातरम ने युवाओं को देशहित में जागृत किया। उन्होंने कहा कि जब तक भारत समर्थ व संगठित होकर उठ खड़ा नहीं होगा, तब तक विश्व में शांति संभव नहीं हैं।
इससे पूर्व अतिथियों ने दामोदर दास डालमिया आदर्श विद्या मंदिर में जल मंदिर व प्रसाधन सुविधाओं के शुभारम्भ पट्टिका का लोकार्पण किया। इस अवसर पर राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति व केशव विद्यापीठ समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर जेपी सिंघल, सचिव ओपी गुप्ता, सहसचिव अमरनाथ चंगोत्रा, जल मंदिर निर्माणकर्ता भामाशाह अनीता शर्मा व आकांक्षा शर्मा आदि उपस्थित रहे।