राजस्थान दिवस चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को मनाए जाने की मांग
राजस्थान दिवस चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को मनाए जाने की मांग
जयपुर, 27 मार्च। नववर्ष समारोह समिति जयपुर ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि राजस्थान दिवस 30 मार्च के स्थान पर नव संवत् (चैत्र शुक्ल प्रतिपदा) को मनाया जाए। उल्लेखनीय है कि संयुक्त राजस्थान का उद्घाटन चैत्र शुक्ल एकम प्रतिपदा संवत 2006 तदनुसार 30 मार्च 1949 को प्रातः 10:40 बजे रोहिणी नक्षत्र इंद्रयोग में तत्कालीन उप प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा किया गया था। सरदार पटेल ने संयुक्त राजस्थान का उद्घाटन करते समय दिए गए अपने भाषण में कहा था कि “राजपूताना में आज नए वर्ष का प्रारंभ है। यहां आज के दिवस वर्ष बदलता है। शक बदलता है। यह नया वर्ष है। तो आज के दिन हमें नए महा- राजस्थान के महत्व को पूर्ण रीति से समझ लेना चाहिए। आज अपना हृदय साफ कर ईश्वर से हमें प्रार्थना करनी चाहिए कि वह हमें राजस्थान के लिए योग्य राजस्थानी बनाये। राजस्थान को उठाने के लिए, राजपूतानी प्रजा की सेवा के लिए, ईश्वर हमको शक्ति और बुद्धि दे। आज इस शुभ दिन हमें ईश्वर का आशीर्वाद मांगना है। मैं आशा करता हूं कि आप सब मेरे साथ राजस्थान की सेवा की इस प्रतिज्ञा में, इस प्रार्थना में, सम्मिलित होंगे। जय हिंद!” इसको ध्यान में रखते हुए नववर्ष समारोह समिति मुख्यमंत्री से आग्रह करती है कि राजस्थान दिवस 30 मार्च के स्थान पर नव संवत् पर मनाया जाए ताकि राजस्थान दिवस का उत्सव सरकारी न रहकर आमजन का बन सके।
समिति ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र के साथ अभिभाषण की प्रति भी संलग्न की है, जिसके अंतिम पृष्ठ पर नववर्ष का उल्लेख किया गया है।