राजस्थान में पीएफआई से जुड़े कई स्थानों पर एनआईए की छापेमारी

राजस्थान में पीएफआई से जुड़े कई स्थानों पर एनआईए की छापेमारी

राजस्थान में पीएफआई से जुड़े कई स्थानों पर एनआईए की छापेमारी राजस्थान में पीएफआई से जुड़े कई स्थानों पर एनआईए की छापेमारी 

राजस्थान के तीन जिलों – कोटा, टोंक और श्रीगंगापुर में बुधवार को नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कई स्थानों पर छापे मारे। यह छापेमारी प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े होने के इनपुट के आधार पर केस नंबर 31/2022 के अंतर्गत की गई है। यह प्रकरण पीएफआई, उसके नेताओं और कैडरों के हिंसक और गैरकानूनी गतिविधियों में सम्मिलित होने से जुड़ा है।

टोंक शहर के शागिर्द पेशा क्षेत्र के व्यक्ति इरफान के घर पर छापेमारी के दौरान उसकी संदिग्ध गतिविधियों को लेकर परिवार से पूछताछ की गई। एनआईए की टीम ने उसके घर पर लगभग तीन घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया। इरफान के घर से क्या मिला, एनआईए के अधिकारियों ने इसकी कोई जानकारी मीडिया से साझा नहीं की है। एनआईए के द्वारा अचानक से की गई छापेमारी शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है।

इस पूरी कार्रवाई में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। एनआईए की टीम जांच के बाद इरफान के घर में मिले कुछ दस्तावेज अपने साथ ले गई। जानकारी के अनुसार, बिहार के फुलवारी शरीफ में पुलिस की कार्रवाई के बाद सामने आए तथ्यों के आधार पर पिछले वर्ष एनआईए ने केस दर्ज किया था। बुधवार को जिन लोगों के घर छापा मारा गया है, उनके तार इस केस से जुड़े बताए जा रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि एनआईए ने प्रतिबंधित संगठन पीएफआई से जुड़े लोगों के ठिकानों पर बुधवार को केवल राजस्थान ही नहीं बल्कि देशभर में महाराष्ट्र, दिल्ली, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु सहित 20 स्थानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की है। इस संगठन से जुड़े लोगों पर पूर्व में भी राजस्थान में एनआईए की छापामारी हो चुकी है।

अगस्त में एनआईए ने केरल के मलप्पुरम में कई पीएफआई कार्यकर्ताओं के घर पर छापेमारी की थी। वेंगारा में थायिल हमजा, तिरूर में कलाथिपराम्बिल याहुति, तनूर में हनीफा और रंगत्तूर पडिक्कपराम्बिल जाफर के आवासों पर छापे मारे गए थे। ये सभी प्रतिबंधित पीएफआई का भाग थे। अगस्त के प्रारम्भ में एनआईए द्वारा पीएफआई के सबसे बड़े और पुराने हथियार व शारीरिक प्रशिक्षण केंद्रों में से एक, मंजेरी में ग्रीन वैली अकादमी को कुर्क करने के बाद यह तलाशी ली गई थी।

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