लिबरल गैंग ने फैलाया एम्स में ऑक्सीजन खत्म होने का झूठा समाचार
किसी देश व समाज पर कोई विपदा आती है तो उस देश व समाज के लोग एकजुटता से उसका सामना करते हैं। लेकिन भारत का लिबरल गैंग तो जैसे हर उस अवसर की तलाश में रहता है, जब वह समाज में फूट डाल सके या अपना राजनैतिक विद्वेष निकाल सके, इसके लिए चाहे उसे गलतबयानी करनी पड़े या फिर तथ्यों को ही तोड़ मोड़ कर क्यों न प्रस्तुत करना पड़े।
आज महामारी के दौर में एक बार फिर सबको द्वेष भाव से ऊपर उठकर एकजुटता से परिस्थितियों का सामना करने की आवश्यकता है लेकिन ऐसे समय में भी लिबरल गैंग झूठे समाचार फैलाने से बाज नहीं आ रहा। इस बार यह काम किया है CPIML नेता कविता कृष्णन ने। दोपहर 2 बजकर 53 मिनट पर उन्होंने ट्वीट किया कि ऑक्सीजन की कमी के चलते एम्स की इमरजेंसी सेवाएं बंद हो गई हैं। अब तक के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने इसे माइंड बॉग्लिंग और आउटरेजियस भी बताया। इसके बाद लिबरल गैंग के अन्य सदस्य भी ऐसी ही भाषा बोलते रहे। स्वयं को पर्यावरण एक्टिविस्ट बताने वाली लिसिप्रिया कँगुजम ने भी यही फेक न्यूज ट्वीट की लेकिन बाद में उसे डिलीट कर दिया। सोशल मीडिया पर भी यह समाचार खूब वायरल हुआ।
लेकिन AIIMS के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने इसका खंडन करते हुए बताया कि AIIMS के किसी भी संस्थान में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी वार्ड में मरीजों की संख्या बढ़ गई थी। इसके चलते वार्ड में ऑक्सीजन पॉइंट्स बढ़ाने पड़े। मरीजों को कोई समस्या न हो इसलिए पूरी व्यवस्था में लगभग एक घंटे का समय लगा। इस दौरान एमर्जेंसी वार्ड को एक घंटे के लिए रोका गया था। एक घंटे के बाद वार्ड पहले जैसे काम करने लगा, लेकिन इस प्रक्रिया को ऐसे प्रचारित किया गया कि AIIMS का एमर्जेंसी वार्ड ऑक्सीजन की कमी के चलते बंद कर दिया गया।