लॉकडाउन में भी नहीं रुक रही गो तस्करी
राजस्थान में गो तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही। लॉकडाउन में भी गो तस्कर अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे। हाल ही में भरतपुर जिले के दो मामले सामने आए हैं।
पहला मामला जिले के कामां थाना क्षेत्र का है। कामां थानाधिकारी धर्मेश दायमा ने बताया कि 8 अप्रैल की रात कामां पुलिस को एक मुखबिर से सूचना मिली कि डीग की ओर से गोवंश से भरी एक गाड़ी आ रही है। इस पर कार्यवाही करते हुए भगत सिंह (अक्खड़बाड़ी) तिराहे पर हेड-कांस्टेबल श्रीचंद के नेतृत्व में कामां पुलिस का दस्ता तैनात करके नाकाबंदी की गई। कुछ समय बाद सामने से गोवंश से भरी मेटाडोर आती दिखाई दी। पुलिस ने मौके पर 20 गोवंश को गाड़ी से मुक्त करवा कर मेटाडोर जब्त कर ली। मेटाडोर की केबिन से पुलिस को 5 लीटर अवैध शराब भी मिली। पुलिस नाकाबंदी को देखकर गो-तस्कर अँधेरे का फ़ायदा उठाकर खेतों में फरार हो गए। मुक्त करवाए गोवंश को पुलिस ने श्रीकृष्ण गोशाला, कलावटा भिजवा दिया।
सीकरी में ढाबे से गोवंश का मीट बरामद
दूसरा मामला भी भरतपुर जिले का ही है। जिले के सीकरी थाना क्षेत्र में 9 अप्रैल को गोकशी का पता चला। एसएचओ हरिमन मीणा ने बताया कि गुरुवार को थाने में गोकशी की सूचना प्राप्त हुई। सूचना मिलने पर पुलिस ने गाँव जलालपुर साहनका के जंगल में स्थित एक सूखे कुएं से 5 माह के बछड़े की खाल और कुएं के पास स्थित ढाबे से बछड़े का पका मांस बरामद किया है। पूछताछ के लिए ढाबा संचालक को हिरासत में लिया गया है। कार्यवाही के दौरान मौके पर नायाब तहसीलदार प्रकाशचंद मीणा आदि उपस्थित थे।
इस लॉक डाउन के समय में जब चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात है, गो तस्करी व गोकशी की घटनाएं यह बताती हैं कि अपराधियों के मन में क़ानून का बिल्कुल भी भय नहीं है।