श्रीराम काव्यपाठ राष्ट्रीय प्रतियोगिता का प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम सम्पन्न
- गोविंद की नगरी में गूंजे राम के तराने
राष्ट्रीय कवि संगम द्वारा आयोजित श्रीराम काव्यपाठ राष्ट्रीय प्रतियोगिता के अन्तर्गत राजस्थान राज्य स्तरीय प्रतियोगिता पाथेय भवन के नारद सभागार में सम्पन्न हुई।
इस राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भीलवाड़ा की मनस्वी पुरोहित प्रथम स्थान पर रहीं। द्वितीय स्थान बांसवाड़ा की रोहिणी पांड्या ने प्राप्त किया। तृतीय स्थान पर कोटा के पार्थ तथा अजमेर की प्रिया सांगवा संयुक्त रूप से रहे। चतुर्थ स्थान पर राजसमंद के नरेंद्र सिंह रावल तथा पंचम स्थान पर राजसमंद के हिमांक धीरज रहे। पांचो प्रतिभागियों को क्रमशः 5100, 3100, 2100, 1100 की नगद राशि, स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्र व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस प्रतियोगिता में राजस्थान प्रदेश के 30 जिलों के लगभग 100 प्रतिभागियों ने अपने श्रीराम काव्यपाठ से निर्णायक मंडल को रिझाने का प्रयास किया। प्रतियोगिता के सर्वश्रेष्ठ 6 प्रतिभागी नवम्बर में होने वाली राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में राजस्थान प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. अशोक बत्रा ने कहा कि राष्ट्रीय कवि संगम का इस प्रतियोगिता के माध्यम से यह उद्देश्य है कि घर-घर व जन जन तक भगवान राम का विचार पहुंचे। नई पीढ़ी भगवान राम के शौर्य, मर्यादा, नैतिकता इत्यादि गुणों से परिचित हो।
प्रतियोगिता के राष्ट्रीय संयोजक योगेंद्र शर्मा ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में इस प्रकार की प्रतियोगिताएं संस्कारमय वातावरण निर्मित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
राष्ट्रीय कवि संगम के प्रदेशाध्यक्ष जोगेश्वर गर्ग ने ने अपने उद्बोधन के दौरान कहा कि राजस्थान में श्रीराम नाम की सरिता अविरल बह रही है और इसी का परिणाम है कि यहाँ से उच्चस्तरीय प्रतिभागी निकलकर आ रहे हैं।
राष्ट्रीय कवि संगम के प्रदेश महामंत्री किशोर पारीक किशोर ने कहा कि कार्यक्रम में प्रतिभागियों की प्रस्तुतियां देखकर मैं अभिभूत हूँ।
प्रतियोगिता के प्रदेश संयोजक विवेकानंद शर्मा ने बताया कि राजस्थान के 30 जिलों में जिला स्तर पर पहले प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इस प्रतियोगिता में प्रदेश स्तर पर 1652 प्रतिभागियों ने पंजीयन करवाया था, जिनमें 1228 प्रतिभागियों ने प्रस्तुतियां दी हैं। उद्योगपति एवं समाजसेवी आर के अग्रवाल ने भी कार्यक्रम के दौरान अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम के दौरान आयोजन समिति व राष्ट्रीय कवि संगम के पदाधिकारी, बुद्धिजीवी एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।