संघ ने किया पर्यावरण संरक्षण का आह्वान

गाजियाबाद। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल (पश्चिमी उत्तर प्रदेश क्षेत्र) की बैठक में पर्यावरण संरक्षण पर कार्य करने का आह्वान किया गया।अधिकाधिक वृक्षारोपण करने और प्लास्टिक का उपयोग बंद करने पर जोर दिया गया। सरस्वती शिशु मंदिर नेहरू नगर में चल रही दो दिवसीय संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक का गुरुवार को समापन हुआ।
कार्यकारी मंडल की समापन बैठक को संबोधित करते हुए सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि विश्व कल्याण का काम भारत ही कर सकता है। हम वसुधैव कुटुम्बकम को मानने वाले लोग हैं। आज पर्यावरण का संकट है इसलिए पर्यावरण को बचाना हम सबकी पहली जिम्मेदारी है। पेड़ लगाओ पानी बचाओ और पॉलीथीन हटाने पर विचार करना होगा।
उन्होंने कहा कि समाज समरस रहे यह हिन्दू समाज की नितांत आवश्यकता है। वर्तमान में विश्व के साथ–साथ अपना देश भी कोरोना की चपेट में आया हुआ है। अभी तक संघ ने कोरोना काल में देशवासियों की हरसंभव मदद की है। संघ को इसी तरह भविष्य में भी कार्य करना है।
बैठक में संघ के वर्तमान कार्यों की समीक्षा के साथ आगामी कार्यक्रमों पर विचार किया गया। स्वदेशी, कुटुंब प्रबोधन जैसे सामाजिक सरोकार के विषयों पर चिंतन किया गया। बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत व सरकार्यवाह सुरेश जी जोशी, चार सह सरकार्यवाह (दत्तात्रेय होसबोले, डॉ. कृष्णगोपाल, डॉ मनमोहन वैद्य, मुकुंद जी) तथा ब्रज, मेरठ और उत्तराखण्ड प्रांत के कार्यकारी मंडल के सभी सदस्य उपस्थित रहे।