सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल बनाने पर झारखंड सरकार के निर्णय का विरोध
सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल बनाने पर झारखंड सरकार के निर्णय का विरोध
बांसवाड़ा, 02 अगस्त। झारखंड सरकार द्वारा जैन समाज के सर्वोच्च तीर्थ स्थल सम्मेद शिखर को वन क्षेत्र में शामिल करने और उसको पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के निर्णय से जैन समाज में रोष है। सरकार के निर्णय के विरोध में मंगलवार को बांसवाड़ा जैन समाज ने जुलूस निकालकर जिला कलेक्टर को झारखंड सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा।
जैन समाज के महावीर बोहरा ने बताया कि झारखंड सरकार द्वारा जैन समाज के सर्वोच्च तीर्थ सम्मेद शिखर जहां पर 24 में से 20 तीर्थंकरों ने साधना की है। उसको पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिससे वहां पर होटलों व अन्य तरह की गतिविधियां होंगी, जिससे वह पवित्र स्थल जो कि जैन समाज की आस्था का केंद्र है उसके साथ खिलवाड़ होगा।
बोहरा ने स्पष्ट किया कि यदि झारखंड सरकार द्वारा इस निर्णय को निरस्त नहीं किया जाता है तो पूरे देश में जैन समाज इसका विरोध करते हुए आंदोलन करेगा। उन्होंने कहा कि पूरे देश के जैन समाज के लाखों लोग झारखंड में स्थित सम्मेद शिखर दर्शन के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में इसके साथ किसी तरह की छेड़छाड़ होती है तो समाज में और रोष व्याप्त होगा।