रेमडेसिविर इंजेक्शन असली है या नकली, पहचान कैसे करें
बाजार में बढ़ती मांग व कालाबाजारी के चलते नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन भी बाजार में हैं। बिना पैनिक किए ठीक से देखें तो असली व नकली में पहचान की जा सकती है। दोनों की पैकिंग ध्यान से देखने पर यह अंतर साफ समझ आता है।
इसे दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की डीसीपी और आईपीएस अधिकारी मोनिका भारद्वाज ने दो ट्वीट्स के माध्यम से समझाया है। उन्होंने रेमडेसिविर इंजेक्शन की असली व नकली दोनों पैकिंग की फोटो शेयर करते हुए बताया –
- नकली रेमडेसिविर के पैकेट पर इंजेक्शन के नाम से ठीक पहले ‘Rx‘ नहीं लिखा हुआ है।
- पैकेट पर लिखी गई तीसरी लाइन में एक कैपिटलाइजेशन एरर है। असली पैकिंग पर 100 mg/Vial (V Capital) लिखा हुआ है, जबकि नकली पैकिंग पर 100 mg/vial (v small) लिखा हुआ है।
- असली पैकिंग पर For use in लिखा हुआ है, जबकि नकली पैकिंग पर for use in लिखा हुआ है। यानी दोनों में सिर्फ Capital F का अंतर है।
- असली पैकिंग के पीछे चेतावनी लेबल (Warning Label) लाल रंग में है, जबकि नकली पैकिंग पर Warning लेबल काले रंग में है।
- नकली रेमडेसिविर की पैकिंग पर ‘Warning’ लेबल के ठीक नीचे मुख्य सूचना ‘Covifir’ (ब्रैंड नाम) is manufactured under the licence from Gilead Sciences में Inc नहीं लिखा हुआ है।
- Manufactured by के नीचे Hyderabad के बाद india लिखा है, जो कि India होना चाहिए।
- नकली रेमडेसिविर की पैकिंग पर पूरे पते में स्पेलिंग की गलतियाँ हैं। उस पर Telangana की जगह Telagana लिखा हुआ है।