बंगाल में हिंसा के विरुद्ध महिला अधिवक्ताओं में रोष, उच्चतम न्यायालय में प्रस्तुत की याचिका
उदयपुर, 25 मई। देशभर की दो हजार से अधिक महिला अधिवक्ताओं ने बंगाल में हो रही हिंसा के विरोध में ऑनलाइन हस्ताक्षर कर, पूरे हिंसा प्रक्रम को प्रलेखित करते हुए, एकत्रित रूप से एक याचिका मुख्य न्यायाधिपति के समक्ष उच्चतम न्यायालय में प्रस्तुत की है।
उक्त याचिका के समर्थन में उदयपुर से अधिवक्ता भूमिका चौबीसा के नेतृत्व में अलका जोशी, ऋतु सारस्वत, मन्जू हाडा, भावना नागदा, मीनाक्षी माथुर, पल्लवी वैष्णव, आभा शर्मा आदि 50 से अधिक महिला अधिवक्ताओ ने याचिका पर हस्ताक्षर किये।
इनके अतिरिक्त डूंगरपुर से स्वाती पारीक, कोटा से सोनल विजय, राजसमन्द से सीमा जैन, बांसवाड़ा से हेमलता जैन, चित्तौडगढ़ से सुमित्रा आदि महिला अधिवक्ताओं ने भी याचिका पर हस्ताक्षर किए। राजस्थान में 150 से अधिक महिला अधिवक्ताओं द्वारा याचिका को समर्थन दिया गया।
इन महिला अधिवक्ताओं ने बंगाल में महिलाओं के साथ हो रहे दुष्कर्मों, दुर्व्यवहार और प्रताड़ना पर रोष प्रकट किया है। याचिका में विधि शासन के मूल भाव की स्थापना की मांग करते हुए नागरिक सुरक्षा की ओर ठोस दायित्व की पालना किये जाने हेतु न्यायालय से निवेदन किया गया है।