पंचांग 27 मई 2021
सुविचार
मूढ़ैः प्रकल्पितं दैवं तत परास्ते क्षयं गताः।
प्राज्ञास्तु पौरुषार्थेन पदमुत्तमतां गताः।।
भावार्थ
भाग्य की कल्पना मूर्ख लोग ही करते हैं। बुद्धिमान व्यक्ति तो अपने पुरुषार्थ, कर्म और उद्यम के द्वारा उत्तम पद को प्राप्त कर लेते हैं।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।