पंचांग 7 दिसम्बर 2021
पंचांग 7 दिसम्बर 2021
सुविचार
नैर्मल्यं वपुषः तवास्ति वसतिः पद्माकरे जायते मन्दं याहि मनोरमां वद गिरं मौनं च सम्पादय। धन्यस्त्वं बक राजहंसपदवीं प्राप्नोषि किं तैर्गुणैः नीरक्षीरविभागकर्मनिपुणा शक्तिः कथं लभ्यते॥
भावार्थ
शास्त्र कहते हैं, सुसंगति मात्र से सद्गुण आपके स्वभाव और जीवन में नहीं आते, यह तो स्वयं के दृढ़ निश्चय और श्रद्धा पर निर्भर करता है। जैसे बगुले का शरीर निर्मल है, कमल के समान है, वह मंद गति से चलता है, मधुर वाणी बोलता है और मौन रहता है। लेकिन क्या उसे हंस की तरह दूध में से पानी निकालने की कला आती है?
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।