पंचांग 19 दिसम्बर 2021
पंचांग 19 दिसम्बर 2021
सुविचार
विद्या नाम नरस्य कीर्तिरतुला भाग्यक्षये चाश्रयो
धेनुः कामदुधा रतिश्च विरहे नेत्रं तृतीयं च सा।।
सत्कारायतनं कुलस्य महिमा रत्नैर्विना भूषणम्
तस्मादन्यमुपेक्ष्य सर्वविषयं विद्याधिकारं कुरु॥
भावार्थ
विद्या अनुपम कीर्ति है, दुर्भाग्य के समय आश्रय देती है, कामधेनु है, अभाव में आनंद समान है, तीसरा नेत्र है, सत्कार का मंदिर है, कुल की महिमा है, बगैर रत्न का आभूषण है, इसलिए अन्य सब विषयों को छोड़कर विद्या का अधिकारी बनना चाहिए।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।