अखिल भारतीय साहित्य परिषद का प्रदेश महाधिवेशन 27 मार्च को
जयपुर 25 मार्च। अखिल भारतीय साहित्य परिषद का प्रदेश महाअधिवेशन 27 मार्च प्रातः 10 बजे से सायं 5:30 बजे तक रोटरी भवन, जयपुर में होगा, जिसमें स्वराज 75 एवं संघ के आने वाले शताब्दी वर्ष संबंधित अनेक विषयों पर विस्तृत चर्चा होगी। प्रदेश अधिवेशन की जानकारी देते हुए अखिल भारतीय साहित्य परिषद के क्षेत्रीय संगठनमंत्री डॉ. विपिन चन्द्र ने कहा कि अखिल भारतीय साहित्य परिषद देश के राष्ट्रीय, सांस्कृतिक, वैचारिक व सामाजिक चेतना जागरण एवं विकास का विशिष्ट संगठन है। उन्होंने राष्ट्रीय साहित्य प्रेमियों से प्रदेश अधिवेशन में सहभागिता करने का आह्वान करते हुए बताया कि इस एक दिवसीय साहित्यकार महाधिवेशन में प्रदेश एवं देश भर से साहित्यकार भाग लेंगे। डॉ. विपिनचन्द्र ने बताया कि अधिवेशन के मुख्य अतिथि जनार्दन रॉय नागर राजस्थान विद्यापीठ, उदयपुर के कुलपति प्रो. बलवंत एस जानी होंगे तथा पावन सानिध्य महंत रमण नाथ जी महाराज व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र संघचालक डॉ. रमेश चंद्र अग्रवाल का रहेगा। इस अवसर पर डॉ. विपिनचन्द्र द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभिन्न कार्यक्रर्मों में गाये जाने वाले संघ गीतों पर किये गये शोध पर भी साहित्य-चर्चा की गई। वक्ताओं ने बताया कि डॉ. विपिन द्वारा संघ गीतों पर पहली बार शोध कार्य किया गया है। उन्होंने अपने शोध में राष्ट्रीय-साहित्यिक-सांस्कृतिक भाव बोध और संघ गीत में निहित राष्ट्रीय बोध और सांस्कृतिक मूल्यों का विश्लेषण किया है। उनका यह कार्य राजस्थान ही नहीं बल्कि संपूर्ण देश तथा मानव समाज के लिए प्रेरणा का कार्य करेगा।
डॉ. विपिनचन्द्र ने बताया कि 26 मार्च सायं को एमआई रोड स्थित अमरापुर में अखिल भारतीय साहित्य परिषद की प्रदेश कार्यकारिणी की चिंतन बैठक रहेगी, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अन्ना राम, महासचिव डॉ. केशव, कोषाध्यक्ष इंदर कुमार भंसाली एवं डॉ. मथुरेश नंदन कुलश्रेष्ठ सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे।