पंचांग 19 अप्रैल 2022
सुविचार
दृष्टिपूतं न्यसेत्पादं वस्त्रपूतं जलं पिबेत्।
सत्यपूतां वदेद् वाचं मनःपूतं समाचरेत्॥
भावार्थ
देखभाल कर पैर रखना चाहिये, कपड़े से छानकर पानी पीना चाहिये, सच्ची बात कहनी चाहिये और जो मन को पवित्र जान पड़े वह आचरण करना चाहिये।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।