बिहार में 50 लोग बनाए गए ईसाई
बिहार के ताराटांड टोला (जिला रजौली) में 15 हिन्दू परिवारों के 50 सदस्यों के ईसाईकरण की जानकारी मिली है। आसपास के गांव वालों का आरोप है कि ताराटांड टोला के लोगों को फुसलाया जा रहा है। अब वहां हिन्दू धर्म को मानने वाले केवल तीन परिवार बचे हैं, लेकिन उन पर भी धर्मांन्तरण के लिए दबाव बनाया जा रहा है। ताराटांड के अधिकांश निवासी अनुसूचित जनजाति के हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि प्रत्येक शुक्रवार को कुछ लोग ताराटांड आते हैं, बाइबल पढ़ाते हुए ईसाई पंथ का प्रचार कर लोगों को ईसाई पंथ अपनाने के लिए प्रलोभन तथा दबाव नाते हैं। पड़ोस के गाँव चटकरी के पास ‘सेवा-सदन होली फेमिली अस्पताल’ तथा ‘ज्ञानदीप विद्यालय’ ईसाई संस्थाओं द्वारा संचालित किये जा रहे हैं। गांव के सामुदायिक भवन में सामाजिक चेतना केन्द्र का कार्यकाल संचालित हो रहा है।
वहां की सवैयाटांड पंचायत के मुखिया प्रदीप साव का कहना है कि – “ईसाई मिशनरी लोभ-लालच देकर भोले-भाले आदिवासियों को बहला-फुसला कर धर्मान्तरित कर रहे हैं। वे पिछले छः महीनों से उच्च अधिकारियों को इन धर्मान्तरणों की जानकारी दे रहे हैं, किन्तु उनकी शिकायतों पर प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।”