बीजारोपण से वृक्षारोपण अभियान के लिए निजी विद्यालय प्रमुखों की बैठक आयोजित
उदयपुर, 4 मार्च। पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के द्वारा चल रहे अभियान “बीजारोपण से वृक्षारोपण” के अंतर्गत निजी विद्यालय प्रमुखों की एक बैठक हुई, जिसमें अध्यापकों व बच्चों ने विद्यालय प्रांगण में पौधारोपण किया। इस अवसर पर उदयपुर विभाग के पर्यावरण सह संयोजक गणपत लौहार ने कहा कि यह अभियान विद्यालयों की ओर से भविष्य में भी चलता रहेगा। पर्यावरण बचाने के लिए पौधारोपण अति आवश्यक है। आज के समय में छाया सबको चाहिए, लेकिन पौधे लगाना कोई नहीं चाहता। आज सभी बच्चे पौधे लगाकर अपना कल सुरक्षित कर सकते हैं। पौधे लगाना देश के प्रत्येक नागरिक का नैतिक दायित्व है। संपूर्ण विश्व ग्लोबल वॉर्मिंग और उसके कारण पर्यावरण में हो रहे भयंकर बदलाव से भयभीत है। मानव जीवन वायु, पानी और अन्न पर पूरी तरह से निर्भर है। वायु (ऑक्सीजन) के बिना तो जीवन की कल्पना ही नहीं की जा सकती। पर्यावरण संतुलन के लिए पौधारोपण आवश्यक है। यह एक पुनीत सेवा कार्य है। पेड़ ग्लोबल वॉर्मिंग को कम करते हैं। वायु तथा जल प्रदूषण पर नियंत्रण करते हैं।
कार्यक्रम में निजी विद्यालय के अध्यक्ष जितेश श्रीमाली ने कहा कि हमें पेड़ पौधों का महत्व समझ कर अधिक से अधिक पौधारोपण कर उनकी बच्चों की तरह देखभाल करनी चाहिए। इस अवसर पर स्कूल के बच्चों व अध्यापकों ने पौधारोपण किया और इसके साथ ही उनके संरक्षण का भी संकल्प लिया।
कार्यक्रम में स्वामी विवेकानंद स्कूल, माली कॉलोनी प्रभारी प्रतिभा कावड़िया, रॉयल सेकेण्डरी स्कूल, प्रताप नगर प्रभारी मंजु शर्मा, द प्रयास पब्लिक स्कूल, टेकरी प्रभारी आशा जैन, मिराण्डा सीनियर सेकेंडरी स्कूल, से. 5 प्रभारी मोना पालीवाल, शिशु भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल, से. 5 प्रभारी जयवृत श्रीमाली व हेमंत सिसोदिया आदि उपस्थित रहे।