दिल्ली विश्वविद्यालय ने शुरू किया हिन्दू अध्ययन में एमए कोर्स
दिल्ली विश्वविद्यालय ने शुरू किया हिन्दू अध्ययन में एमए कोर्स
दिल्ली विश्वविद्यालय में कुछ समय पूर्व स्थापित किए गए हिन्दू अध्ययन केंद्र में शैक्षणिक सत्र 2023-24 से हिन्दू अध्ययन में पीजी (MA) अर्थात मास्टर ऑफ आर्ट्स की पढ़ाई करवाई जाएगी। कोर्स में प्रवेश के लिए 19 सितम्बर 2023 से रजिस्ट्रेशन प्रारम्भ हो गए हैं। हिन्दू अध्ययन केंद्र का प्रारम्भ दिल्ली यूनिवर्सिटी के द्वारा 14 जून 2023 को किया गया था। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को आधुनिक शिक्षा के साथ ही हिन्दू सभ्यता के विभिन्न पक्षों तथा इसके इतिहास, दर्शन और विश्व दृष्टि पर ध्यान केंद्रित करना है। दिल्ली यूनिवर्सिटी के द्वारा इस हिन्दू अध्ययन केंद्र की स्थापना राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत की गई है।
दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रो. मल्होत्रा के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार हिन्दू अध्ययन में मास्टर ऑफ आर्ट्स (MA) के अंतर्गत कंप्यूटर विज्ञान, डेटा एनालिटिक्स, वाणिज्य, राजनीति विज्ञान आदि माइनर कोर्सेज का प्रावधान किया गया है इन विषयों में आवश्यक क्रेडिट के साथ एमए डिग्री प्राप्त करने के बाद विद्यार्थी आगे शोध और अध्ययन कर सकेंगे।
प्रो. मल्होत्रा के अनुसार यह प्रोग्राम भारत के प्राचीन हिन्दू लोकाचार और समकालीन कैरियर लक्ष्यों की गहरी समझ पर केंद्रित होगा। बहु-विषयक दृष्टिकोण विद्यार्थियों को हिन्दू अध्ययन और अन्य समकालीन विषयों के बीच अंतरसंबंधों को समझने के लिए प्रोत्साहित करेगा। यह बहु-विषयक दृष्टिकोण के साथ-साथ भारतीय सभ्यतागत मूल्यों के आधार पर, सभ्यतागत हिन्दू विचारों और समकालीन कैरियर के अवसरों के मध्य अंतर को समाप्त करने के लिए तैयार किया गया है।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (एनईटी) के लिए हिन्दू अध्ययन एक विषय के रूप में प्रारम्भ करना यह सुनिश्चित करता है कि इस विषय को एक डोमेन के रूप में मान्यता प्राप्त है। जिसके लिए शिक्षण-अधिगम, अनुसंधान और अन्य बौद्धिक गतिविधियों में संरचित अध्ययन और कैरियर के अवसरों की आवश्यकता होती है। अत: अब विश्वविद्यालय अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने, शिक्षण में नवाचार और उच्च शिक्षा में पारंपरिक भारतीय लोकाचार को सम्मिलित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस कोर्स के लिए रजिस्ट्रेशन करने की अंतिम दिनांक 30 सितम्बर 2023 है।