काशी, वाराणसी के बाद राजस्थान में भी उठी 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश की मांग
राजस्थान में भी उठी 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश की मांग
- जयपुर व्यापार महासंघ ने अयोध्या में भव्य आयोजन को लेकर उठाई है मांग
- संतों के बाद अब व्यापारी कह रहे, इस दिन घोषित हो अवकाश
जयपुर। काशी और वाराणसी के बाद अब राजस्थान में भी 22 जनवरी को अयोध्या में होने जा रहे रामलला की प्राण- प्रतिष्ठा के भव्य आयोजन को लेकर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग उठने लगी है। राजधानी जयपुर के व्यापार महासंघ ने प्रदेश सरकार से सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की है। महासंघ के कोषाध्यक्ष सौभागमल अग्रवाल ने कहा कि भगवान रामलला अयोध्या में विराजमान होने वाले हैं। यह दिन संपूर्ण भारत के लिए बहुत गौरव व सम्मान का दिन है। राजस्थान भी अपने रामलला के इस भव्य आयोजन के एक-एक क्षण को उत्सव की तरह मनाने के लिए बहुत उत्साहित है। इसलिए इस दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि काशी (वाराणसी) के संतों ने भारत सरकार को पत्र लिखकर पहले ही इस 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की है।
अखिल भारतीय संत समिति ने अपना तर्क देते हुए लिखा कि 500 वर्षों का हमारा संघर्ष रहा है। बरसों इस दिन के लिए तपस्या की है। आज जब यह दिन निकट ही है तब इसे उत्साह के साथ मनाने के लिए अवकाश भी घोषित किया जाए।
उल्लेखनीय है कि 22 जनवरी 2024 को अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। प्राण प्रतिष्ठा को देखते हुए तैयारियां युद्ध स्तर पर जारी हैं। श्रद्धालुओं में भी प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बहुत उत्साह है।