रावण क्यों जिंदा है..?
राम गोपाल पारीक
रावण क्यों जिंदा है..?
मन में रावण, तन में रावण
आंखों में रावण बैठा है।
वह जगह बची है आज कहां,
जहां रावण अब ना लेटा है॥
रावण बोला मैं पापी हूं
तुम मुझसे ज्यादा पापी हो,
मैंने तो केवल हरण किया
तुम नारी के अपराधी हो॥
तुम मुझे जलाना बंद करो
पापी क्या मुझे जलाएंगे,
अपनी तुलना मुझसे करके
खुद को निर्दोष बताएंगे॥
हर बार जलाते रावण को
वह मरा, नहीं वह जिंदा है,
जब मन का रावण मन में है
यह देख कर वह शर्मिंदा है॥
जिस दिन हम अपने रावण को
अपने से दूर भगाएंगे,
फिर चाहे कितने जतन करो
रावण जी ना पाएंगे॥