नवोदित पत्रकारों ने जाना सेवा भारती के सामाजिक सरोकारों को
नवोदित पत्रकारों ने जाना सेवा भारती के सामाजिक सरोकारों को
जयपुर, 16 नवंबर। वीएसके फाउंडेशन द्वारा प्रकाश पर्व के अवसर पर नवोदित पत्रकारों को सामाजिक सरोकारों से अवगत करवाने हेतु सेवा सदन स्थित कौशल विकास केंद्र की विजिट करवाई गई। सेवा भारती के अधिकारी धर्म ने बताया कि सेवा भारती सारे देश में सेवा के कार्य कर रही है। सेवा सदन इसका एक छोटा सा हिस्सा है। यहां पर ड्राइविंग, सिलाई, स्वदेशी वस्तुओं का निर्माण जैसे दीपावली पर लगाई जाने वाली स्वदेशी लाइट की लड़ियां बनाना, चिकित्सा संबंधी प्राथमिक कोर्स जैसे (जनरल ड्यूटी असिस्टेंट), कंप्यूटर के प्राथमिक कोर्स आदि करवाए जाते हैं। निःशुल्क चिकित्सक परामर्श की सुविधा के साथ बहुत ही कम शुल्क में लैब में जांचें भी की जाती हैं।
एक विद्यार्थी के पूछने पर उन्होंने बताया कि यह सेवा कार्य केवल सेवा सदन में ही नहीं बल्कि पूरे जयपुर में घूम घूम कर सेवा बस्तियों में भी किया जाता है। हमारी मोबाइल वैन के स्थान तय हैं। साथ ही यह भी कि किस दिन किस बस्ती में जाना है। इतना ही नहीं अगर एसएमएस जैसे बड़े अस्पताल में भी समय पर जब मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना वाली दुकान पर दवाई नहीं मिलती तो अस्पतालकर्मी 11 नंबर खिड़की पर जाने को कहते हैं। वह 11 नंबर खिड़की सेवा भारती की है। इसमें हमें समाज के ही घरों से ऐसी दवाइयां, जो लोगों के घरों में पड़ी हैं, पर काम नहीं आ रही होती हैं और उनकी एक्सपायरी डेट भी नहीं आई, उनको ले लिया जाता है और वितरित किया जाता हैं। यदि 11 नंबर खिड़की पर भी दवाई उपलब्ध नहीं होती, तो सेवा भारती के कार्यकर्ता बाहर से खरीदकर उस रोगी की आवश्यकताओं को पूरा करते हैं।
चर्चा के दौरान उन्होंने आगे बताया कि सेवा भारती का मॉडल दान या भीख आधारित मॉडल नहीं है। हम व्यक्ति को स्वाभिमान के साथ कार्य करके आजीविका दिलाने का कार्य करते हैं ताकि वह व्यक्ति अपने पैरों पर खड़ा होकर दूसरों को अपने जैसा बनाए और हमारे साथ सेवा कार्य में लग जाए। देश में ऐसे लाखों उदाहरण हैं।
इस विजिट में विभिन्न मीडिया संस्थानों के सदस्य व मीडिया के क्षेत्र में पढ़ाई कर रहे विद्यार्थी भी शामिल रहे।