महाकुम्भ में सर्वत्र समरसता का वातावरण है- मिलिंद परांडे

महाकुम्भ में सर्वत्र समरसता का वातावरण है- मिलिंद परांडे

महाकुम्भ में सर्वत्र समरसता का वातावरण है- मिलिंद परांडेमहाकुम्भ में सर्वत्र समरसता का वातावरण है- मिलिंद परांडे

महाकुम्भ नगर, प्रयागराज। विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय संगठन महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि महाकुम्भ सम्पूर्ण विश्व में मानवता का सबसे बड़ा एकत्रीकरण है। वह भी हिन्दू समाज का एकत्रीकरण है, यह हमारे लिए आनंद की बात है। अनादिकाल से बिना बुलाए करोड़ों की संख्या में पूज्य संत और श्रद्धालु यहां आते हैं। महाकुम्भ में सर्वत्र सेवा व समरसता का भाव दिखाई दे रहा है। पूज्य संतों का आध्यात्मिक व सामाजिक विषयों पर मार्गदर्शन तथा गंगा जी में स्नान, इन दो विषयों को लेकर लोग यहां आते हैं। हिन्दू धर्म की यह महिमा है कि यहॉं कोई किसी की जाति नहीं पूछता। आज करोड़ों लोग साथ में भोजन कर रहे हैं। कौन किसको भोजन करवा रहा है। कौन किसके हाथ से खा रहा है, कोई नहीं पूछता। इतना समरसता का भाव यहां दिखाई दे रहा है।

विहिप संगठन मंत्री ने कहा कि महाकुम्भ के दौरान आयोजित नेत्र कुम्भ में नेत्रों की जांच हो रही है। दंत कुम्भ में दन्त परीक्षण हो रहा है। वहीं संतों व सामाजिक संगठनों की ओर से अनेकों प्रकार के सेवा के कार्य हो रहे हैं। प्रयागराज की जनता ने भी श्रद्धालुओं के लिए अपने दरवाजे खोल दिये हैं, इसके लिए वह बधाई के पात्र हैं।

महाकुम्भ मेला क्षेत्र के सेक्टर 18 में विश्व हिन्दू परिषद के शिविर में शनिवार से 05 फरवरी तक संस्कृत आयाम संगोष्ठी व सम्मेलन होगा। विहिप द्वारा संचालित वेद विद्यालयों के आचार्य व विद्यार्थी भी शामिल होंगे।

Share on

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *