मजबूत भारत को कमजोर करने के लिये अब भारतीय परिवार निशाने पर- रमेश पप्पा
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मजबूत भारत को कमजोर करने के लिये अब भारतीय परिवार निशाने पर- रमेश पप्पा
कोटा, 19 फरवरी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह-सम्पर्क प्रमुख रमेश पप्पा ने कहा कि आज भारत 85 देशों में रक्षा सामग्री की आपूर्ति कर रहा है। भारतीय अंतरिक्ष केंद्र से चंद्रयान के बाद 135 देशों के सैटेलाइट प्रक्षेपित किये गये हैं। ये भारत के आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ते कदम हैं। दूसरी ओर कुछ लोग देश को बाहर और अंदर से तोड़ने के प्रयास भी कर रहे हैं।
रमेश पप्पा संघ के महानगर संम्पर्क विभाग द्वारा मंगलवार को स्वामी विवेकानंद विद्यालय, महावीर नगर तृतीय के श्रीराम शांताय सभागार में ‘राष्ट्र के समक्ष चुनौतियां और हमारी भूमिका’ पर आयोजित प्रबुद्धजन संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। पप्पा ने कहा कि भारत की आत्मनिर्भरता को बाहर और अंदर से कमजोर करने के लिये प्रयास किये जा रहे हैं। लेकिन भारतीय सेना का मनोबल देख बाहरी शक्तियां खामोश हो गई हैं। आज दुनिया के सभी देश भारत से दोस्ती चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि देश में 300 से अधिक एनजीओ ऐसे हैं, जो हिंदू समाज को जातीय संघर्ष में बांटने का कार्य कर रहे हैं। इनको विदेशों से फंडिंग की जा रही है। भारत सरकार ने 2 हजार ऐसे एनजीओ के पंजीयन निरस्त किये हैं, जो आतंकियों और विदेशों की फंडिंग से भारत में अशांति पैदा कर रहे थे।
हमारी परिवार व्यवस्था तोड़ने की मुहिम
पप्पा ने कहा कि मजबूत भारत को कमजोर बनाने के लिये अब परिवारों को तोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। हिंदू समाज में विवाह विच्छेद के मामले पहले इतने नहीं थे। जातीय संघर्ष फैलाना हिंदू समाज को तोड़ने का षड्यंत्र है। परिवारों में अनुशासन टूट रहा है। बच्चों के रिश्ते सिर्फ पैकेज के आधार पर तय हो रहे हैं। इसे रोकने के लिये संघ ने परिवार प्रबोधन कार्यक्रम प्रारंभ किया है।
विकसित भारत के लिये ‘स्व’ का बोध रखें
उन्होंने कहा कि 2014 से पहले भारत में कन्वर्जन बहुत अधिक था, लेकिन जब से ऐसा करने वालों का आरक्षण बंद करने का निर्णय लिया गया, इसके भय से रोक लग गई है। पिछले वर्षों में लगभग 3 करोड़ बांग्लादेशी भारत में घुसपैठ कर चुके हैं। अकेले जम्मू में 30 हजार रोहिंग्या आकर बस गये। इनको आधार और वोटर कार्ड किसने दिये हैं? जैसे ही कुछ राज्यों में रोहिंग्या, नक्सली या आंतककारियों को बाहर निकालने का अभियान शुरू होता है, हमारे चुने हुए जनप्रतिनिधि उनके पक्ष में खडे़ हो जाते हैं। उन्होंने कहा, हमें विकसित भारत के लिये क्या अच्छा है, इसके लिये स्व का बोध रखना होगा। समूचे देश में समान नागरिक संहिता लागू करना सबसे बड़ी आवश्यकता है।
संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे स्वामी नर्मदानंद महाराज ने कहा कि संघ सबको भारतीय संस्कृति, अनुशासन और नैतिकता से जोड़ने का कार्य कर रहा है। हिंदुत्व की रक्षा के लिये घर-घर में रामचरित मानस का पाठ हो, गायों की सुरक्षा हो। मैंने महाकुंभ में दंड दीक्षा ली है कि मैं सिर्फ राष्ट्र के लिए ही जिऊंगा। संगोष्ठी में संघ के विभाग प्रचारक अजय, प्रचारक योगेंद्र कुमार, प्रांत कार्यवाह शंकरलाल माली सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। अंत में महानगर संघचालक गोपाल लाल गर्ग ने सबका आभार जताया। डॉ. नारायण हेडा ने संचालन किया। वंदे मातरम गान के साथ संगोष्ठी का समापन हुआ।