तिथि - विचार धर्म-संस्कृति आज का पंचांग एवं सुभाषित 4 years ago Pathey Kan आज का पंचांग एवं सुभाषित सुभाषित ऐक्यं बलं समाजस्य तदभावे स दुर्बल:। तस्मात ऐक्यं प्रशंसन्ति दृढं राष्ट्र हितैषिण:।। अर्थात् एकता समाज का बल है, एकताहीन समाज दुर्बल है। इसलिए राष्ट्रहित सोचने वाले एकता को बढ़ावा देते हैं। ।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।। Post Views: 630 Share on Tags: पंचांग, सुबह का विचार, सुभाषित Continue Reading Previous तिथि विचार: पंचांग एवं आज का विचारNext वनवासी संस्कृति के संवाहक जगदेव राम उरांव नहीं रहे Leave a Reply Cancel replyYour email address will not be published. Required fields are marked *Comment * Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.