स्वयंसेवकों ने एक बार फिर अपने सेवाकार्यों से सबका मन मोह लिया

स्वयंसेवकों ने एक बार फिर अपने सेवाकार्यों से सबका मन मोह लिया

स्वयंसेवकों ने एक बार फिर अपने सेवाकार्यों से सबका मन मोह लिया

जयपुर, 18 अगस्त। जयपुर में मूसलाधार बारिश के बाद संघ के स्वयंसेवकों ने अपने सेवाकार्यों से एक बार फिर सबका मन मोह लिया। जयपुर में 14 अगस्त को हुई तेज बरसात से बस्तियों व निचले क्षेत्रों में मिट्टी और जलभराव से लोगों का जीवन संकट में आ गया। लोगों को कष्ट में देख संघ के स्वयंसेवक स्वस्फूर्त आगे आए और सेवा कार्यों में जुट गए।

गणेशपुरी कच्ची बस्ती में सेवाकार्य करते स्वयंसेवक

पानी के तेज बहाव और कटाव के कारण लाल डूंगरी क्षेत्र की गणेशपुरी कच्ची बस्ती के घरों में 6 से 8 फीट मिट्टी जमा हो गई। सैंकड़ों वाहन मिट्टी में दब गए। मिट्टी के जमा होने से घरों में जाना ही दुष्कर हो गया। बस्ती के लोगों के आसन्न संकट को देख संघ के स्वयंसेवक तत्काल मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू किए। लोगों के लिए भोजन का प्रबंध किया।

सेवा कार्य में लगे स्वयंसेवक राकेश खंडेलवाल बताते हैं- “इस बस्ती में अभावग्रस्त व वंचित श्रेणी के परिवार रहते हैं। जो दृश्य हमने यहां देखा, उसे देखते ही हम सभी का हृदय रो पड़ा। चारों और महिलाओं और बच्चों का रुदन था। उनके पास ना खाने का अन्न था ना पहनने को कपड़े। जानलेवा बारिश में जैसे तैसे घरों और अन्य सुरक्षित स्थानों पर आश्रय लेकर उन्होंने अपना जीवन बचाया। इससे पहले हमने मिट्टी के दलदल फिल्मों में ही देखे थे। वहॉं 6-6 फीट मिट्टी भर गई थी।”

इसके बाद संघ के स्वयंसेवकों ने अथक परिश्रम करते हुए अपना व्यापार और नौकरियां छोडकर बस्ती में सेवा कार्य किए। स्वयंसेवकों ने श्रमदान कर कई घरों के अंदर भर चुकी करीब 5-6 फीट मिट्टी को बाहर निकला। अगले दिन जब स्वयंसेवकों को पता लगा की महिलाओं और बच्चों के पास पहनने को कपड़े तक नहीं हैं और वे सभी उन्हीं कपड़ों में हैं जो कल बारिश के समय भीग गए थे, तो स्वयंसेवकों ने कपड़े एकत्रित कर लोगों को दिए। सुबह-शाम लोगों को भोजन कराया गया।

इस क्षेत्र में लोगों को सबसे अधिक आवश्यकता भोजन, पानी, और कपड़ों की थी। जीवनयापन के सारे साधन खत्म हो चुके थे। विश्व संवाद केन्द्र से जुड़े प्रशिक्षु पत्रकार लक्षित बताते हैं कि, संघ का समाज के लिए योगदान हर प्रकार की लड़ाई में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से हमेशा रहा है। स्वयंसेवकों ने निस्वार्थ भाव से समाज में जो सेवा कार्य किए हैं वे अविस्मरणीय हैं। ऐसे जज्बे और समाज सेवा के जुनून के साथ देश हर मुश्किल और परेशानी झेल सकता है।

वहीं स्थानीय निवासी गणेश खींची ने बताया कि संघ के कार्यकर्ताओं ने जिस जोश और स्फूर्ति से बस्ती में काम किया वो उल्लेखनीय है। समाज के लिए हमेशा तत्पर खड़े रहने वाले संघ और उसके कार्यकर्ताओं के कारण आज कई लोग अच्छी जिदंगी जी पा रहे हैं। समाज में सेवा देना कोई सेवा कार्य नहीं बल्कि प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है।

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