पंचांग 28 सितम्बर 2020
पंचांग 28 सितम्बर 2020
विशेष : भगतसिंह जयंती
सुविचार
सुखं च दुःखं च भवाभवौ च लाभालाभौ मरणं जीवितं च।
पर्यायशः सर्वमेते स्पृशन्ति तस्माद् धीरो न हृष्येत्र शोचेत्॥
भावार्थ :
सुख-दुःख, लाभ-हानि, जीवन-मृत्यु, उत्पत्ति-विनाश – ये सब स्वाभविक कर्म समय-समय पर सबको प्राप्त होते रहते हैं। ज्ञानी पुरुष को इनके बारे में सोचकर शोक नहीं करना चाहिए। ये सब शाश्वत कर्म हैं।
।।आप सभी का दिन मंगलमय हो।।