श्रीराम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू, मलबे के कारण खोदनी पड़ी 40 फिट गहरी नींव
15 मार्च, सोमवार को सुबह 10.55 बजे शुभ मुहूर्त में नींव पूजन के बाद भव्य राम मंदिर के लिए नींव भराई का काम आरम्भ हो गया। ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने विधि-विधान से भगवान श्री गणेश, विष्णु, विश्वकर्मा और लक्ष्मी जी की पूजा की। इस अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय, डॉ. अनिल मिश्र, महंत दिनेन्द्र दास सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। पूजा अर्चना के बाद शुभ मुहूर्त में 40 फीट गहरी नींव की भराई के साथ मंदिर निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त को यहॉं भूमि पूजन किया था, लेकिन रडार सर्वे में पता चला कि यहां से 12-13 मीटर नीचे तक मलबा है, तो इसे हटाने का कार्य शुरू किया गया। इस कारण नींव की डिजाइन बदलनी पड़ी और काम में देरी हुई। 10 मीटर गहराई के बाद जब साफ सुथरी मिट्टी दिखी तब गहरे तल पर समतलीकरण व रोलर चलाकर मिट्टी को दबाने का कार्य शुरू हुआ। अब अभ्रक, सीमेंट, मौरंग, कंकरीट आदि मिश्रित सामग्री से 40 मीटर ऊपर तक इसका भराव होगा व रिटेनिंग वॉल भी बनाई जाएगी। सतह तक आने के बाद भी दो फीट मिट्टी की पटाई होगी और फिर इसके आगे मंदिर निर्माण में शिलाओं का प्रयोग शुरू होगा। नींव में मिर्जापुर का पत्थर काम में लिया जाएगा।