कोविड वैक्सीन का उत्पादन अगस्त तक होगा दोगुना
भारत में कोविड वैक्सीन के उत्पादन को अगस्त तक दोगुने से भी अधिक यानि 140 मिलियन तक किया जा सकता है।सीरम इंस्टिट्यूट और भारत बायोटेक मिलकर इस लक्ष्य को पूरा कर सकते हैं। भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग और सरकार के बायोटेक्नोलॉजी विभाग के अधिकारियों ने प्रधाममंत्री को दिए एक प्रेजेंटेशन में ये जानकारी दी है।
भारतीय कंपनी डॉक्टर रेड्डीज लेबोरेटरीज द्वारा बनाई जाने वाली वैक्सीन भी लगभग फाइनल अप्रूवल के प्रोसेस में है। रूस के सहयोग से स्पूतनिक-वी नाम की वैक्सीन बनाने वाली इस कंपनी को अपने उत्पाद के संबंध में अधिक जानकारी देने को कहा गया है।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने बताया है कि कोरोना वायरस के विरुद्ध दी जा रही कोविशील्ड वैक्सीन अगर दो से तीन महीने के अंतर पर दी जाती है तो यह 90 प्रतिशत तक असरदार होगी। आक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनेका के सहयोग से विकसित कोविशील्ड वैक्सीन का निर्माण भारतीय कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कर रही है। अदार पूनावाला ने इंडिया टीवी से बातचीत में बताया कि कोविशील्ड वैक्सीन का दो समूहों पर अध्ययन किया गया था। एक समूह के लोगों को जिन्हें 1 महीने के अंतर पर वैक्सीन की दोनों डोज दी गई थीं, उनमें वैक्सीन 60-70 प्रतिशत असरदार रही। दूसरे समूह को 2 से 3 महीने के अंतर पर वैक्सीन दी गई। ऐसे लोगों में वैक्सीन 90 प्रतिशत प्रभावी पाई गई है।