पंचांग 18 सितम्बर 2021
पंचांग 18 सितम्बर 2021 सुविचार यदा न कुरूते भावं सर्वभूतेष्वमंगलम्। समदृष्टेस्तदा पुंसः सर्वाः सुखमया दिश:।।…
धर्म संस्कृति
पंचांग 18 सितम्बर 2021 सुविचार यदा न कुरूते भावं सर्वभूतेष्वमंगलम्। समदृष्टेस्तदा पुंसः सर्वाः सुखमया दिश:।।…
17 सितम्बर जयंती पर विशेष रमेश सर्राफ धमोरा विश्वकर्मा शिल्पशास्त्र के आविष्कारक और सर्वश्रेष्ठ ज्ञाता…
पंचांग 17 सितम्बर 2021 सुविचार अल्पानामपि वस्तूनां संहतिः कार्यसाधिका।। तृणैर्गुणत्वमापत्नैर् बध्यन्ते मत्तदन्तिनः।। भावार्थ छोटी छोटी…
पंचांग 16 सितम्बर 2021 सुविचार गते शोको न कर्त्तव्यो भविष्यन्नैव चिन्तयेत्। वर्तमानेन कालेन वर्तयन्ति विचक्षणाः।।…
पंचांग 15 सितम्बर 2021 सुविचार उद्योगिनं पुरुषसिंहमुपैति लक्ष्मीर्दैवेन देयमिति कापुरुषाः वदन्ति। दैवं निहत्य कुरु पौरुषामात्मकशक्त्या…
पंचांग 12 सितम्बर 2021 सुविचार उपाध्यात् दश आचार्यः आचार्याणां शतं पिता | सहस्रं तु पितृन्…
पंचांग 11 सितम्बर 2021 सुविचार श्रिय: प्रसूते विपदः रुणद्धि, यशांसि दुग्धे मलिनं प्रमार्टि। संस्कार सौधेन…
शिप्रा पारीक भगवान गणेश की पूजा प्रत्येक कार्य में सर्वप्रथम होती है। भगवान गणेश शुभ…
पंचांग 10 सितम्बर 2021 सुविचार आयुर्वित्तं गृहच्छिद्रं मन्त्रमौषधसङ्गमौ। दानमानावमानाश्च नव गोप्या मनीषिभिः।। भावार्थ बुद्धिमान व्यक्ति…
पंचांग 9 सितम्बर 2021 सुविचार श्रिय: प्रसूते विपदः रुणद्धि, यशांसि दुग्धे मलिनं प्रमार्टि। संस्कार सौधेन…
पंचांग 8 सितम्बर 2021 सुविचार असंशयं महाबाहो मनो दुर्निग्रहं चलम्। अभ्यासेन तु कौन्तेय वैराग्येण च…
लोक देवता से तात्पर्य उन महापुरुषों से है जो दृढ़ आत्मबल द्वारा समाज में सांस्कृतिक…
पंचांग 7 सितम्बर 2021 सुविचार जाड्यं धियो हरति सिंचति वाचि सत्यं, मानोन्नतिं दिशति पापमपाकरोति। चेतः…
पंचांग 6 सितम्बर 2021 सुविचार बलवानप्यशक्तोऽसौ धनवानपि निर्धनः। श्रुतवानपि मूर्खोऽसौ यो धर्मविमुखो जनः।। भावार्थ जो…
पंचांग 5 सितम्बर 2021 सुविचार यथा ह्येकेन चक्रेण न रथस्य गतिर्भवेत्। एवं परुषकारेण विना दैवं…
पंचांग 4 सितम्बर 2021 सुविचार आहारनिद्राभयसन्ततित्वं सामान्यमेतत्पशुभिर्नराणाम्। ज्ञानं हि तेषामधिकं विशिष्टं ज्ञानेन हीना: पशुभिः समानाः।।…
बाल वीरांगना मैना कुमारी बलिदान दिवस पर विशेष 3 सितम्बर 1857 आज का ही दिन…
पंचांग 3 सितम्बर 2021 सुविचार दु:खैर्न तप्येन्न सुखै: प्रह्रष्येत् समेन वर्तेत सदैव धीर:। दिष्टं बलीय…