पंचांग 14 मई 2021
पंचांग 14 मई 2021 सुविचार कुसुमं वर्णसम्पन्नं, गन्धहीनं न शोभते। न शोभते क्रियाहीनं, मधुरं वचनं…
धर्म संस्कृति
पंचांग 14 मई 2021 सुविचार कुसुमं वर्णसम्पन्नं, गन्धहीनं न शोभते। न शोभते क्रियाहीनं, मधुरं वचनं…
पंचांग 13 मई 2021 सुविचार यादृशै: सन्निविशते यादृशांश्चोपसेवते। यादृगिच्छेच्च भवितुं तादृग्भवति पुरुष:।। भावार्थ मनुष्य, जिस…
पंचांग 12 मई 2021 सुविचार प्राप्तव्यमर्थं लभते मनुष्यो, देवोऽपि तं लङ्घयितुं न शक्तः। तस्मान्न शोचामि…
पंचांग 11 मई 2021 सुविचार दरिद्रता धीरयता विराजते कुवस्त्रता स्वच्छतया विराजते। कदन्नता चोष्णतया विराजते कुरूपता…
पंचांग 9 मई 2021 सुविचार दारिद्र्यनाशनं दानं शीलं दुर्गतिनाशनम्। अज्ञाननाशिनी प्रज्ञा भावना भयनाशिनी।। भावार्थ दान…
पंचांग 8 मई 2021 सुविचार उत्तिष्ठत जाग्रत प्राप्य वरान्निबोधत।। क्षुरस्य धारा निशिता दुरत्यया दुर्गं पथस्तत्कवयो…
पंचांग 7 मई 2021 सुविचार ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः…
पंचांग 6 मई 2021 सुविचार प्रथमेनार्जिता विद्या द्वितीयेनार्जितं धनं। तृतीयेनार्जितः कीर्तिः चतुर्थे किं करिष्यति।। भावार्थ…
पंचांग 5 मई 2021 सुविचार शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम्।। भावार्थ शरीर ही सभी धर्मों (कर्तव्यों) को…
पंचांग 4 मई 2021 सुविचार आशा नाम मनुष्याणां काचिदाश्चर्यशृङ्खला। यया बद्धाः प्रधावन्ति मुक्तास्तिष्ठन्ति पङ्गुवत्॥ भावार्थ…
पंचांग 3 मई 2021 सुविचार दुर्जनदूषितमनसः सुजनेष्वपि नास्ति विश्वासः। बालः पायसदग्धो दध्यपि फूत्कृत्य भक्षयति॥ भावार्थ…
पंचांग 2 मई 2021 सुविचार गर्वाय परपीड़ायै दुर्जनस्य धनं बलम्। सज्जनस्य तु दानाय रक्षणाय च…
पंचांग 1 मई 2021 सुविचार बाणेन युद्धं, न तु भाषणेन, ज्ञानेन साधुः, न तु वल्कलेन।…
पंचांग 30 अप्रैल 2021 सुविचार वने रणे शत्रु-जलाग्नि-मध्ये, महार्णवे पर्वत-मस्तके वा। सुप्तं, प्रमत्तं, विषमस्थितं वा,…
पंचांग 29 अप्रैल 2021 सुविचार मत्तः प्रमत्तश्चोन्मत्तः श्रान्तः क्रुद्धो बुभुक्षितः। लुब्धो भीरुस्त्वरायुक्तः कामुकश्च न धर्मवित्॥…
पंचांग 28 अप्रैल 2021 सुविचार यो ध्रुवाणि परित्यज्य अध्रुवाणि निषेवते। ध्रुवाणि तस्य नश्यन्ते अध्रुवं नष्टमेव…
प्रशांत पोळ नागपुर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गंगोत्री है। संघ का प्रारंभ ही नागपुर से…
पंचांग 27 अप्रैल 2021 सुविचार लोभेन बुद्धिश्चलति लोभो जनयते तृषाम्। तृषार्तो दुःखमाप्नोति परत्रेह च मानवः।।…