अभिमान
श्रुति वो वीरभूमि का सेवक था जो सेना का अभिमान बना वो न्यौछावर कर प्राण…
कविताएं
श्रुति वो वीरभूमि का सेवक था जो सेना का अभिमान बना वो न्यौछावर कर प्राण…
अरविन्द बैरवा कर-कर कोशिशें लाख हजार, फिर भी दाने चुगता चार। किससे कहूँ कि मैं…
भानुजा श्रुति आघातों का दंश झेल कर व्यक्ति सफल हो जाता है जीवन से जो…
संचालिका जब सीता भी कंचन की चेरी बन जाए बोलो अग्नि परीक्षा देने कौन चलेगा?…
भानुजा श्रुति जन्मी एक कृषक के घर वो, मंको जी अहमदनगर करते शिवभक्ति वो दिन…
चंदन शर्मा क्या सतयुग क्या कलयुग की तुम बातें मानव करते हो सत्य अहिंसा मानवता…
सूरजभान सिंह मैं वीरप्रसूता शस्य श्यामला भारत माता हूँ, मातृभूमि के दीवानों के बलिदानों की…
– यश शर्मा माँ से किए कई वादे भी तो हैं उस से जुड़ी कई…
– स्वरूप जैन ‘जुगनू’ हास्य रस का ज्ञान नहीं है, ना ही श्रृंगार सजाता हूँ…
माँ बचपन के होठों पर थिरकती मुस्कान है। माँ परमात्मा से बच्चे की पहली पहचान…
तड़के उठकर विचरण करने जाता हूं तो पाता हूं कि मानव गण सोया है मगर…
दौड़ती –हांफती जिन्दगी ठहर कर सुस्ता रही है कीमती हैं साँसें कितनी सबको यह बता…
हमसे तुम और तुमसे हम, हमसे मिलकर है परिवार। संगठन में शक्ति है,परिवार का यही…
वह महारानी पद्मिनी सिसोदिया राजवंश की आभा थी, सौंदर्य और रणकौशल में उनके चहुं ओर…
माँ से होती पूरी हर आस है माँ प्रेम है सृष्टि का विकास है, माँ…
ब्रह्मा जी के मानस पुत्र नारद देवऋषि कहलाये ब्रह्मलोकवासी नारद सबको सबकी खबर पहुंचाये। वेदों के बन सन्देश-वाहक यहाँ – वहाँ आये-जाये …
हे बुद्ध ; महात्मा! आँखें बंद किये हो क्यों? विष्णु रूप,करुणा के सागर आँखें खोलो,…
कर्म देख रहे हैं तुझे, तू सब पापों का नाश कर, कर अपने हाथों पर…