पर्यटन में अयोध्या ने हिल स्टेशनों और समुद्र तटों को भी पीछे छोड़ा
पर्यटन में अयोध्या ने हिल स्टेशनों और समुद्र तटों को भी पीछे छोड़ा
अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर निर्धारित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 दिसंबर को अयोध्या के महर्षि वाल्मिकी हवाई अड्डे और अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया। प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम से पहले अयोध्या में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन देखने को मिल रहा है, अयोध्या के पर्यटन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद 23 जनवरी से भक्तों व पर्यटकों के लिए मंदिर खोल दिया जाएगा, लेकिन इससे पूर्व ही काशी-अयोध्या-प्रयागराज सर्किट के बीच एक लाख से अधिक तीर्थ यात्रियों के समूह ने बुकिंग कराई है तथा फरवरी और मार्च के लिए भी एडवांस बुकिंग जारी है। स्थिति यह है कि टूर ऑपरेटर बुकिंग लेने से मना कर रहे हैं। इस सम्बंध में उनका दावा है कि आगरा, गोवा और जयपुर से अधिक काशी-अयोध्या-संगम सर्किट के लिए बुकिंग हुई है। इस तरह से धार्मिक स्थलों में अयोध्या सबसे ऊपर है।
वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने आम जनता से अपील की है कि वे 22 जनवरी को राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में अयोध्या न आएं। 23 जनवरी के बाद अनंतकाल तक यहॉं आ सकते हैं, राम मंदिर अब हमेशा-हमेशा के लिए है।”
OYO के संस्थापक और सीईओ रितेश अग्रवाल ने 1 जनवरी को एक डेटा शेयर किया। जिसमें बताया कि अयोध्या नगरी ने पर्यटन स्थल के रूप में हिल स्टेशनों या Beaches को भी पीछे छोड़ दिया है।
Na hills, na beaches!
80% more users are searching for stays in Ayodhya today! Seeing one of the highest spikes 👀 #CheckIn2024
— Ritesh Agarwal (@riteshagar) December 31, 2023
रितेश अग्रवाल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि 31 दिसंबर को, 80 प्रतिशत अधिक लोगों ने अयोध्या में ठहरने के लिए कमरों की खोज की।
अयोध्या में OYO ऐप यूजर्स में 70 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। इसके अनुसार अयोध्या अब लोगों का पसंदीदा स्थल बन चुका है। यह आध्यात्मिक स्थल अब अगले 5 वर्षों में सबसे बड़े पर्यटन स्थल के रूप में उभरेगा।