रामलला प्राण प्रतिष्ठा : सरसंघचालक डॉ. भागवत को निमंत्रण

रामलला प्राण प्रतिष्ठा : सरसंघचालक डॉ. भागवत को निमंत्रण

रामलला प्राण प्रतिष्ठा : सरसंघचालक डॉ. भागवत को निमंत्रणरामलला प्राण प्रतिष्ठा : सरसंघचालक डॉ. भागवत को निमंत्रण

22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले प्रभु श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए, श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा और विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत को निमंत्रित किया। इस अवसर पर सरसंघचालक ने कहा कि –

यह बड़ा सौभाग्य का योग है कि ऐसे भव्य प्रसंग पर प्रत्यक्ष उपस्थिति का अवसर मिला है क्योंकि श्रीराम का मंदिर यह केवल एक पूजा की दृष्टि से अपने आराध्य का मंदिर, केवल ऐसा प्रसंग नहीं है। इस देश की पवित्रता, और इस देश की मर्यादा की स्थापना पक्की होने का यह प्रसंग है। संपूर्ण देश में श्रीराम को मर्यादा पुरुषोत्तम माना जाता है। हम स्वतंत्र हुए तो स्वतंत्रता में जो ‘स्व’ है, वो हमारी मर्यादा है। उस ‘स्व’ के कारण हमारा जीवन पवित्र है, उस ‘स्व’ के कारण हमारी दुनिया भर में प्रतिष्ठा है। उसका एक प्रगटीकरण, संपूर्ण विश्व में यह घोषणा कि भारत अपने ‘स्व’ पर खड़ा हुआ है, और अपने मर्यादा संपन्न जीवन से पूरे विश्व में मांगल्य और शांति की स्थापना करने के लिए आगे बढ़ेगा। इस प्रसंग पर सब लोग तो आ नहीं पाएंगे, कुछ को निमंत्रण मिला है वो आएंगे। परंतु, गांव-गांव में, घर-घर में इसका उत्साह है। उसका कारण है कि पहली बात, इतने वर्षों के बाद भारत के ‘स्व’ के प्रतीक का पुनर्निर्माण हमने किया, वो हमारे पुरुषार्थ के आधार पर किया। दूसरी बात है कि जो अपनी एक दिशा होनी चाहिए, उसको पकड़ने का प्रयास भी अनेक दशकों से हम लोग कर रहे थे, वो हमें मिल गई है और स्थापित हो गई है। एक विश्वास सबके मन में स्थापित हुआ है, उसके कारण संपूर्ण देश का वातावरण मंगलमय बना है और ऐसे में हम प्रत्यक्ष वहां उपस्थित रहेंगे, उस प्रसंग को देखेंगे, उसमें सहयोगी बनेंगे…यह कहीं किसी जन्म में पुण्य हुआ होगा उसी का फल हमको मिल रहा है। इसलिए मैं आपका कृतज्ञतापूर्वक धन्यवाद करता हूं। यह तो मांग के भी न मिलने वाला अवसर है, वो मिला है…जरूर उसमें रहूंगा।

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