बलिदान तो देना पड़ेगा, इस मंदिर के लिए बलिदान देने की लंबी परंपरा रही है: महेन्द्रनाथ अरोड़ा
सैकड़ों वर्षों तक संघर्ष व अनेक बलिदानों के बाद आखिरकार वह समय आ ही गया…
सैकड़ों वर्षों तक संघर्ष व अनेक बलिदानों के बाद आखिरकार वह समय आ ही गया…
492 साल के संघर्ष के बाद भव्य मंदिर में विराजेंगे रामलला राघवेन्द्र सिंह । जयपुर…