द वैक्सीन वॉर : एक विजय गाथा
डॉ. अरुण सिंह
सितंबर, 2023 में प्रदर्शित हुई फिल्म “द वैक्सीन वॉर” कोविड-19 की वैश्विक त्रासदी के विरुद्ध भारत का विजय अभियान है। डॉ. बलराम भार्गव की पुस्तक “गोइंग वायरल” पर आधारित यह फिल्म भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा अथक परिश्रम से बनाई गई देशी “को-वैक्सीन” की संघर्ष यात्रा को बताती है। बाहर का संघर्ष तो प्रत्येक भारतवासी ने देखा और सहा, यह फिल्म अंदर के युद्ध की कहानी है।
इस संघर्ष यात्रा में भारत की राष्ट्र विरोधी शक्तियों की विदेशी षड्यंत्रकारी शक्तियों से सांठ-गांठ का खुलासा भी होता है। भारत विरोधी, क्षुद्र अंतर्राष्ट्रीय राजनीति के पैंतरे चौंका देते हैं। पड़ोसी देश चीन का वास्तविक चेहरा भी सामने आता है। प्रयोगशालाओं में वैज्ञानिकों/डॉक्टरों द्वारा किया जाने वाला घोर परिश्रम प्राय: आमजन के सामने कभी नहीं आ पाता। इस फिल्म में यही संघर्ष गाथा है, जो अंततः विजय गाथा बनती है। वे अपने संघर्ष पथ पर अपनी दैनिक आवश्यकताओं और पारिवारिक दायित्वों को भी भूल जाते हैं।
इस त्रासदी के विरुद्ध केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता वैज्ञानिकों की सबसे बड़ी प्रेरणा है। भारत के बारे में जो नकारात्मक विमर्श गढ़ा जाता है, उसे सकारात्मक में बदला जाता है। “भारत नहीं कर सकता” को “भारत कर सकता है” में परिणत किया जाता है।
विवेक अग्निहोत्री ने अपने निर्देशन के माध्यम से फिर से एक बार राष्ट्र विरोधी दृश्य माध्यमों को चुनौती दी है। सभी कलाकारों का अभिनय प्रभावशाली है।