अग्निकर्म एवं लाइफ स्टाइल डिसऑर्डर कार्यशाला का राज्यपाल ने किया उद्घाटन

अग्निकर्म एवं लाइफ स्टाइल डिसऑर्डर कार्यशाला का राज्यपाल ने किया उद्घाटन

अग्निकर्म एवं लाइफ स्टाइल डिसऑर्डर कार्यशाला का राज्यपाल ने किया उद्घाटनअग्निकर्म एवं लाइफ स्टाइल डिसऑर्डर कार्यशाला का राज्यपाल ने किया उद्घाटन

  • देशभर के 400 से अधिक डॉक्टर्स ने लिया कार्यशाला में भाग

राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान एवं विश्व आयुर्वेद परिषद राजस्थान के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय आयुर्वेद अग्निकर्म एवं लाइफ स्टाइल डिसऑर्डर विषय पर राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारम्भ हुआ। राज्यपाल कलराज मिश्र ने भगवान धन्वंतरि की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का उद्घाटन किया।

राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान सभागार में आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि आयुर्वेद भारत की प्राचीन वैज्ञानिक चिकित्सा पद्धति है, वैश्विक स्तर पर समग्र स्वास्थ्य की परिकल्पना को साकार करने में आयुर्वेद सक्षम भारतीय चिकित्सा पद्धति है। वर्तमान समय में नाड़ी परीक्षा एवं शोध कार्यों को आयुर्वेद में बढ़ाने की आवश्यकता है।

कार्यशाला में भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग के अध्यक्ष डॉ. रघुराम भट्ट, राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के निदेशक डॉ. संजीव कुमार शर्मा, विश्व आयुर्वेद परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. गोविंद सहाय शुक्ल, राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ. योगेश मिश्र, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. महेश व्यास, राष्ट्रीय सचिव डॉ. सुरेंद्र चौधरी, डॉ. रामतीर्थ शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष डॉ. किशोरी लाल शर्मा सहित देश भर के 400 से अधिक आयुर्वेद चिकित्सकों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुनील कुमार यादव ने किया।

कार्यशाला के प्रथम दिन पुणे महाराष्ट्र से पधारे अग्निकर्म विशेषज्ञ डॉ. चन्द्र कुमार देशमुख एवं हरियाणा से पधारे डॉ. उमेश सहगल ने आयुर्वेद अग्निकर्म पर व्याख्यान एवं प्रायोगिक जानकारी कार्यशाला में उपस्थित चिकित्सकों को दी, साथ ही 50 से अधिक रोगियों पर अग्निकर्म का प्रत्यक्ष कर्माभ्यास करके बताया।

कार्यक्रम में कार्यशाला के समन्वयक डॉ. सीआर यादव ने कार्यक्रम के अतिथियों एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।

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