अश्विनी कुमार के हत्यारे जिहादियों को फांसी दो और घुसपैठियों को बाहर करो: विहिप
नई दिल्ली, 11 अप्रैल। विश्व हिन्दू परिषद ने बिहार के किशनगंज थाने के थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार की इस्लामिक जिहादियों द्वारा मॉब लिन्चिंग कर की गई निर्मम हत्या व पुलिस बल पर हमले की घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए अपराधियों का कठोरता से दमन करने की मांग की है। विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने एक बयान में कहा है कि पश्चिमी बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले के पंजीपारा थाना क्षेत्र के पंथापड़ा गाँव में शनिवार सुबह हुआ यह नृशंस हत्याकांड कोई पहली घटना नहीं है। बंग्लादेशी घुसपैठियों, शराब व तस्करी के लिए कुख्यात इस क्षेत्र में पहले भी अनेक बार सुरक्षा बलों पर हमले हुए हैं। किन्तु, बंगाल के स्थानीय पुलिस-प्रशासन की उदासीनता व राजनैतिक संरक्षण के चलते यह क्षेत्र अपराधियों का स्वर्ग बन चुका है। ये जिहादी आतंकियों के स्लीपर सेल बनकर भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए भी खतरा हैं। इन हत्यारों, अपराधियों तथा अवैध घुसपैठियों की गतिविधियों पर पूर्ण विराम जरूरी है।
परांडे ने कहा कि बिहार का सीमावर्ती जिला होने के कारण अपराधी बिहार में कांड कर आसानी से बंगाल में शरण ले लेते हैं और यदि वहाँ की पुलिस जांच के लिए जाती है तो वे उस पुलिस टीम की जान के दुश्मन बन जाते हैं। थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार के बलिदान पर उनके परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए विहिप महामंत्री ने यह भी कहा कि अब इन बंग्लादेशी घुसपैठियों को चुन-चुन कर सीमा पार किया जाना तथा उनके राजनैतिक संबंधों को सार्वजनिक किया जाना भी नितांत आवश्यक है।
उल्लेखनीय है कि बिहार के किशनगंज के नगर थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार की जिले की सीमा से सटे पश्चिम बंगाल के पांजीपाड़ा थाना क्षेत्र में अपराधियों ने कल पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। वे वहॉं लूट के अपराधियों को पकड़ने के लिए छापामारी करने गए थे। लेकिन अपराधियों को बचाने के लिए भीड़ ने उन पर हमला कर दिया। फिरोज आलम, उसका भाई अबुजार आलम और इनकी मां सहीनुर खातून को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बेटे की हत्या के सदमे से मॉं उर्मिला का भी हृदयाघात से देहांत हो गया।