पालघर मॉब लिंचिंग पर विहिप की मांग : वामपंथियों की संलिप्तता की हो उच्च स्तरीय जांच
नई दिल्ली। विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय महामंत्री मिलिन्द परांडे ने महाराष्ट्र के पालघर में दो पूज्य संतों व उनके सहयोगी की हत्या पर रोष व्यक्त करते हुए कहा है कि घात लगाकर किया गया यह हमला किसी गहरे षड़यंत्र का हिस्सा लगता है, क्योंकि पहले भी इस क्षेत्र में अनेक बार वामपंथियों द्वारा प्रेरित क्रूर हिंसा की घटनाएं होती रही हैं। अत: इस घटना में भी उनकी संलिप्तता की उच्च स्तरीय जांच कर हत्यारों व उनके सहयोगियों को कठोरतम दण्ड शीघ्रातिशीघ्र दिया जाए।
घटना की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि हालांकि महाराष्ट्र को पूज्य संतों के सम्मान और सुरक्षा का गौरव प्राप्त है, किन्तु पालघर में इन दिनों वामपंथियों की गतिविधियां जोर-शोर से चल रही हैं। इनका हिन्दू नेताओं की हत्याएं करने का पुराना इतिहास भी रहा है। मॉब लिंचिंग वामपंथियों की अपनी कार्ययोजना का हिस्सा भी है। स्वामी लक्षमणानंद जी की जघन्य हत्या का दंश अभी तक देश भूला नहीं है।
पूज्य संतों एवं हिन्दू संगठनों के दवाब में कुछ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार तो किया है, किन्तु तलासरी गांव में अहमदाबाद नेशनल हाईवे पर भजन कीर्तन करते हुए जा रहे पूज्य संतों की मॉब लिंचिंग के मुख्य आरोपी अभी भी फरार हैं। इस जघन्य हत्याकाण्ड को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से विश्व हिन्दू परिषद मांग करती है कि घटना की उच्चस्तरीय जांच कर हत्यारों को शीघ्र कठोरतम दण्ड दिया जाए।