शिला पूजन के बाद गांव-गांव संपर्क कर सभी काे अधिक दान का लाभ देने का हाेगा लक्ष्य

शिला पूजन के बाद गांव-गांव संपर्क कर सभी काे अधिक दान का लाभ देने का हाेगा लक्ष्य

शिला पूजन के बाद गांव-गांव संपर्क कर सभी काे अधिक दान का लाभ देने का हाेगा लक्ष्य

डूंगरपुर, 22 दिसम्बर। अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर निर्माण के लिए हिन्दू समाज की संस्थाएं व विविध संगठन सक्रिय हो गए हैं। तीन दशक बाद एक बार फिर गांव-गांव घर-घर तक राम मंदिर निर्माण के लिए महासंपर्क और धन संग्रह अभियान चलाया जाएगा। हर व्यक्ति राम मंदिर से भावनात्मक रुप से जुड़े इसलिए न्यूनतम 10 रुपए निर्धारित की गई हैं। अभियान में वागड़ क्षेत्र में गांव-गांव पर फाेकस किया जाएगा। जिससे उन्हें अयोध्या राम मंदिर से भावनात्मक रुप से जाेड़ा जा सके। उल्लेखनीय है कि राम मंदिर की नींव अनुसूचित जाति के रामेश्वर चौपाल ने रखी थी।

जिले में भगवान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र रामोत्सव निधि धन संग्रह अभियान के तहत कार्यालय का उद्घाटन बजरंग चाैक शहीद पार्क के बाहर किया गया। संत रामचंद परमार, रामदास महाराज बिलड़ी ने कार्यालय का शुभारंभ किया। जहां पर निधि धन संग्रह अभियान के अध्यक्ष पवन जैन, सह अध्यक्ष डायालाल गामाेठ, हरिप्रसाद दवे, विहिप जिलाध्यक्ष डीके खेडा, उपाध्यक्ष प्रकाश भट्ट थे। कार्यक्रम में अतिथियों का तिलक से स्वागत दुर्गावाहिनी की स्नेहा शर्मा ने किया।
नगर प्रचारक बादल ने भगवान प्रभु राम के भजन से शुरुआत की। उन्होंने अभियान में प्रत्येक सदस्य से दस रुपए से अधिक दान लेने की बात कही। इसके लिए संतों के सान्निध्य में समाज के लोग अभियान में गांव-गांव जाकर संपर्क करेंगे।
अयोध्या राम मंदिर निर्माण के लिए देशभर से 1500 कराेड़ रुपए संग्रह किए जाएंगे। बेणेश्वर धाम की पवित्र मिट्टी से अयोध्या राम मंदिर की नींव में उपयोग के बाद यहां पर जुड़ाव ज्यादा हाे गया है। राजस्थान में करीब 350 कराेड़ रुपए संग्रह का लक्ष्य हैं। ऐसे में जिले में जिनकी राम मंदिर आंदोलन में खास भूमिका थी, वहां लाेगाें काे अधिक से अधिक जाेड़ने का लक्ष्य रखा गया है। विहिप के योजना धन संग्रह अभियान से हर व्यक्ति काे जाेड़ने का उद्देश्य लेकर चल रहे है। इसके लिए अभियान 15 जनवरी से 27 फरवरी तक चलेगा।

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