सरदारशहर – श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान का शुभारंभ

सरदारशहर - श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान का शुभारंभ

सरदारशहर - श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान का शुभारंभ

सरदारशहर, 17 जनवरी। अयोध्या में भगवान श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण हेतु स्थापित ट्रस्ट श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के माध्यम से निधि संकलन अभियान का शुभारंभ लोकरंजन परिषद के सभागार में हुआ। कार्यक्रम मांडेता धाम के कानपुरी जी महाराज के सानिध्य में शुरू हुआ। उन्होंने कहा भगवान श्रीराम आराध्य के रूप में हमारे जन जीवन का हिस्सा हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम के प्रत्येक गुण को हिंदू समाज के रग-रग में राम नाम के रक्त रूप में समाहित किया जाना उनकी अलौकिक अप्रतिम जीवन लीला का होना है। आने वाले हजारों सालों तक भव्य एवं दिव्य राम मंदिर की स्थापना के लिए अपनी शक्ति व सामर्थ्य से अधिक समर्पण की आवश्यकता है।

मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक सेवक संघ के प्रांत घुमंतू जाति प्रमुख महेंद्र सिंह ने बताया कि देश की कम से कम आधी आबादी को राम जन्म भूमि की ऐतिहासिक सच्चाई से अवगत कराने के लिए देश के प्रत्येक कोने में घर-घर जाकर संपर्क करेंगे। जिस प्रकार जन्मभूमि को प्राप्त करने हेतु लाखों भक्तों ने कष्ट सहे, सतत सक्रिय रहे, सहयोग किया उसी प्रकार करोड़ों लोगों के स्वैच्छिक सहयोग से मंदिर बनेगा।

कार्यक्रम अध्यक्ष गांधी विद्या मंदिर के कुलाधिपति कनकमल दुग्गड़ ने इस अवसर पर कहा कि वृहद हिंदू समाज के जन-जन की आस्था का प्रतीक है राम मंदिर निर्माण। जिन भगवान राम ने जीवन को आदर्श रूप में जीकर मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में जन जीवन में मूल्यों की स्थापना की, उन्हीं मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के मंदिर की स्थापना करना अपनी सांस्कृतिक धरोहर को अक्षुण्ता प्रदान करना है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक डॉ. बनवारी लाल शर्मा ने अपनी कारसेवा के संस्मरण सुनाते हुए आह्वान किया कि भगवान राम भारत के लिए केवल पूजा के देव ही नहीं हैं, वे राष्ट्रीय अस्मिता, राष्ट्रीय गौरव, भारत भक्ति और मर्यादा के अनुसार जीवन व्यवहार करने वाले राष्ट्रपुरुष हैं। ऐसी स्थिति में अपमान के कलंक को धोने, गुलामी के चिन्हों को हटाने, सांस्कृतिक गुलामी से मुक्ति पाने, आस्था श्रद्धा व मान बिंदुओं की रक्षा करने, भावी पीढ़ियों को प्रेरणा देने, राष्ट्र की चेतना को जगाने और राष्ट्रीय पहचान को प्रकट करने के प्रतीक रूप में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर बनाया जाना अत्यंत स्वाभाविक है।

सरदारशहर- निधि समर्पण अभियान

कार्यक्रम में विभिन्न दानदाताओं ने समर्पण राशि की घोषणा की, जिनमें जितेंद्र सिंह शेखावत ने 2 लाख 51 हजार, छगनलाल सेवदा ने 2 लाख 11 हजार, शिवरतन सोनी ने 1 लाख 11 हजार, कालूराम तिवाड़ी व मोहर सिंह खेजड़ा ने 1-1 लाख रुपए समर्पित करने की घोषणा की। 51 हजार रुपये समर्पित करने की घोषणा करने वालों में परमा राम साहू, रतन लाल कम्मा, ओम प्रकाश चौधरी, सुखाराम पारीक, तेजपाल मुखराम सारण के नाम प्रमुख थे। इनके अतिरिक्त डॉ. मदन लाल कम्मा ने 31 हजार, भागुराम तेतरवाल, राम किशन प्रजापत, जयश्री वर्मा, पीराराम सुरेंद्र कुमार सुथार, लेख राम बाना आदि ने 21 हजार समर्पित करने की घोषणा की।

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