प्राण प्रतिष्ठा के दौरान राम शोभायात्राओं पर जगह जगह पथराव

प्राण प्रतिष्ठा के दौरान राम शोभायात्राओं पर जगह जगह पथराव

प्राण प्रतिष्ठा के दौरान राम शोभायात्राओं पर जगह जगह पथरावप्राण प्रतिष्ठा के दौरान राम शोभायात्राओं पर जगह जगह पथराव

पूरा देश राममय है। राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव देश ही नहीं विदेशों में भी पूरी धूमधाम से मनाया गया। सामाजिक समरसता का जो वातावरण बना वह अद्वितीय था। समाज का हर वर्ग, सम्प्रदाय प्रफुल्लित दिखा। लेकिन ऐसे अवसर पर भी कुछ सामाजिक समरसता विरोधी अपनी कुटिल मानसिकता छिपा नहीं पाए। उन्होंने कई स्थानों पर शांति भंग करने दंगे भड़काने का प्रयास किया।

एक ओर उत्तरप्रदेश के आगरा शहर में अल्पसंख्यक आयोग ने 5 हजार मुस्लिम परिवारों में प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव मनाने के लिए दीपक बांटे। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के सहयोग से 36 दरगाहों और मस्जिदों में दीपक जलाए गए। वाराणसी में मुस्लिम छात्राओं ने हिन्दू छात्राओं के साथ मिलकर 5 फीट का दीया बनाया। लखीमपुर की छात्रा इमान अंसारी अपने एक वायरल वीडियो मेंमेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जाएंगे राम आएंगेभजन गाते हुए झूमती दिखीं। 1992 में कारसेवक के तौर पर अयोध्या गए मिर्जापुर (यूपी) के मोहम्मद हबीब अक्षत निमंत्रण मिलने पर भावुक हो रोते दिखेउसी उत्तर प्रदेश में मजहबी चश्मा लगाए कुछ लोग रंग में भंग डालते हुए भी दिखे। कुशीनगर में भगवान राम की दिव्य शोभायात्रा पर पथराव हुआ 22 जनवरी को आज़मगढ़ में भी शोभायात्रा पर पथराव कर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के प्रयास हुए। इन समाजकंटकों ने तुच्छ मानसिकता दर्शाते हुए कहा कि मुस्लिम बहुल क्षेत्रों से शोभायात्रा नहीं निकलेगी। परिणामस्वरूप घटनास्थल पर पुलिस को चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना करना पड़ा।

ऐसे ही महाराष्ट्र से एक ओर जहॉं मुंबई की शबनम हनुमानजी का झंडा और सामाजिक समरसता का संदेश लेकर रामजी के दर्शन करने पैदल अयोध्या चल पड़ीं, उसी मुंबई में 21 जनवरी की शाम को मीरा रोड पर मजहबी समाजकंटकों ने हिन्दुओं को निशाना बनाया। हिन्दू भगवान राम और भगवान हनुमान के झंडे सजाए, “जय श्री रामका नारा लगाते हुए जा रहे थे, तभी एक मजहबी भीड़ ने लाठियों और डंडों से उन पर हमला कर दिया। वाहनों को नुकसान पहुँचाया और धार्मिक झंडों का अपमान किया। इसी प्रकार के हमले पनवेल और संभाजी नगर में भी किए गए।

इन राज्यों के अलावा कुछ अन्य राज्यों से भी सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाले समाचार आए।

गुजरात

गुजरात में पथराव की दो घटनाएं सामने आईं। यहॉं के मेहसाणा के खेरालु में मुस्लिम बहुल क्षेत्र से गुजर रहे जुलूस पर एक मस्जिद के पास पथराव किया गया। इस घटना के ठीक 24 घंटे बाद वडोदरा के पडरा जिले के भोज गांव में श्रीराम जुलूस पर पथराव हुआ, जिसमें कई रामभक्त घायल हो गए। यह घटना रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद घटी।

बिहार

बिहार के दरभंगा जिले के भपुरा गांव में मुस्लिम कट्टरपंथियों ने जुलूस पर पथराव किया। यह घटना सिंहवाड़ा पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में हुई, जिसमें कई लोग घायल हो गए। 22 जनवरी को बिहार के मुजफ्फरपुर में कहासुनी के बाद कुछ मजहबी समाजकंटकों ने हिन्दू धार्मिक जुलूस पर पथराव किया। इन लोगों ने हिन्दू घरों को भी निशाना बनाया, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई। स्थानीय निवासियों ने इसका प्रतिकार किया। झड़प के परिणामस्वरूप दोनों समूहों के बीच तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई।

झारखंड

झारखंड के गिरिडीह में तनाव की तीन घटनाएं सामने आईं, जिनमें कई लोग घायल हुए। पहली घटना गिरिडीह शहर की लाइन मस्जिद के पास हुई और दूसरी घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पूर्णानगर में हुई। दोनों घटनाओं में मजहबी समाजकंटकों ने पथराव शुरू किया, जिसका हिन्दुओं ने प्रतिकार किया। तुरंत कार्रवाई की गई और गिरिडीह घटना के मामले में मोहम्मद जाबिर नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरिडीह में एक अन्य घटना में, आज़ाद नगर के एक आरएसएस स्वयंसेवक, रोहित महतो पर हमला हुआ। उन्हें गंभीर चोटें आईं और अस्पताल में भर्ती कराया गया।

इसी प्रकार लोहरदगा के कैरो थाना क्षेत्र में अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के उत्सव के दौरान तनाव फैल गया। बजरंगबली मंदिर के पास एक झड़प हुई, जहां राम मंदिर से बजरंगबली मंदिर की ओर जा रहे एक समूह का मुस्लिम समुदाय से सामना हो गया। पथराव शुरू हो गया, जिससे कई लोग घायल हो गए। रविवार, 21 जनवरी को धनबाद के टुंडी में तनाव हुआ, इसके बाद सोमवार शाम चतरा में जुलूस के दौरान झड़प हो गयी, दोनों घटनाओं में कई लोग घायल हो गये। टुंडी थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी गयी है।

पश्चिम बंगाल

22 जनवरी को कोलकाता के जादवपुर विश्वविद्यालय में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की लाइव स्क्रीनिंग को लेकर स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्यों के बीच झड़प हुई। अभाविप लाइव स्क्रीनिंग करवाना चाहता था, एसएफआई इसका विरोध कर रही थी।

कर्नाटक

कर्नाटक के शिवमोगा में, राम मंदिर उत्सव के दौरान एक महिला ने हिन्दू भक्तों की भीड़ में घुसकरअल्लाहु अकबरके नारे लगाए। 23 जनवरी को, कर्नाटक पुलिस ने इस्लामवादियों और हिन्दू समूहों के बीच झड़प के बाद बेलगावी शहर में सुरक्षा बढ़ा दी घटना बाजार पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में हुई। पुलिस के अनुसार, हिन्दू युवाओं ने सोमवार को अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के अवसर परजय श्रीरामके नारे लगाते हुए एक रैली निकाली। रैली पर अचानक पथराव शुरू हो गया।

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