PoJK में भारत में विलय की मांग तेज हुई

PoJK में भारत में विलय की मांग तेज हुई

PoJK में भारत में विलय की मांग तेज हुईPoJK में भारत में विलय की मांग तेज हुई

पाक अधिकृत जम्मू कश्मीर (PoJK) में महंगाई, पाकिस्तानी सेना के अत्याचारों से तंग आकर आम लोगों ने विद्रोह शुरू कर दिया है। कुछ दिनों से पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाला जम्मू कश्मीर हिंसा की आग में जल रहा है। मीरपुर, मुजफ्फराबाद, दादयाल, भिम्बर जैसे क्षेत्र हिंसा की आग में धधक रहे हैं। आम जनता सड़कों पर उतरकर पाकिस्तानी पुलिसकर्मियों, और सेना पर हमला कर रही है। मुजफ्फराबाद और रावलकोट सहित कई स्थानों पर सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हुई। अपने अधिकारों की मांग को लेकर आम जनता शान्ति पूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रही थी, लेकिन ये सब कुछ पाकिस्तान से देखा नहीं गया और पाकिस्तान ने अत्याचार करना शुरू कर दिया। आम जनता अपनी मांगों को लेकर मुजफ्फराबाद तक मार्च निकाल रही थी, लेकिन उसकी अनुमति पाकिस्तान प्रशासन से नहीं मिली।

पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले जम्मू कश्मीर में हो रहे विरोध प्रदर्शन इस बात का संकेत हैं कि पाकिस्तान की पकड़ कमजोर पड़ने लगी है। अब क्षेत्र के लोग भी पाकिस्तान के असली रूप को जान चुके हैं। पीओजेके के प्राकृतिक संसाधनों का लगातार दोहन अब लोगों को सहन नहीं हो रहा। अपनी मांगों को लेकर वे लगातार अपनी आवाज उठा रहे हैं। लेकिन पाकिस्तानी सेना हथियारों और अत्याचारों के दम पर इस आवाज को दबाने में जुटी है। पाकिस्तान की क्रूरता से परेशान होकर अब पीओजेके के लोगों को भी यह लगने लगा है कि हमारा भविष्य सिर्फ भारत के साथ ही सुरक्षित है।

यही कारण है कि रावलकोट में पाकिस्तानी झंडा हटाकर भारतीय तिरंगा लहराया गया। पैदल मार्च में तिरंगा नजर आ रहा है। पीओजेके के लोग लगातार….. ‘यह जो दहशतगर्दी है उसके पीछे वर्दी है’, हम लेकर रहेंगे आजादी – है हक़ हमारा आजादी और पाकिस्तान मुर्दाबाद जैसे नारे जोरशोर से लगा रहे हैं। पाकिस्तान के प्रति लोगों का यह गुस्सा और पीओजेके में पैदा हुई यह स्थिति बताती है कि पाकिस्तान किस स्तर तक मानवाधिकारों का हनन कर रहा है।

जम्मू कश्मीर संयुक्त अवामी एक्शन कमेटी के बुलावे पर शनिवार को हजारों लोग सड़कों पर उतरे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया, जिसके बाद हिंसा भड़क उठी। रविवार को भी पाकिस्तानी प्रशासन के विरुद्ध हिंसक प्रदर्शन जारी रहा। इस हिंसक झड़प में अब तक 1 से 2 पुलिसकर्मियों की मौत हुई है। जबकि 100 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं। इन सब के बीच आम नागरिकों को भी गंभीर रूप से चोटें आई हैं। द न्यूज़ इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, भिम्बर, मीरपुर और बाग टाउन सहित पीओजेके के विभिन्न हिस्सों में मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवाएं निलंबित होने के बाद कई क्षेत्रों में मोबाइल सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं।

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