चौकीदार
शुभम वैष्णव
हमारे पास स्थित एक कॉलोनी में चोरी हो गई जबकि उस कॉलोनी की सुरक्षा एक चौकीदार के जिम्मे थी। कॉलोनी के लोगों ने बताया कि चौकीदार सारी रात जागते रहो का शोर मचाता रहता था। फिर चौकीदार के होते हुए चोरी कैसे हो गई?
काफी जांच पड़ताल के बाद पता चला कि चोर बीच-बीच में जागते रहो का नारा लगाता और चैन की नींद सो जाता। चोरों ने चौकीदार की इसी कमजोरी का फायदा उठाकर अपने हाथ साफ कर लिए। अब जाकर समझ में आया कि केवल जागते रहो कहने से सुरक्षा नहीं होती, बल्कि चौकीदार के चौकन्ने एवं सावधान रहने से सुरक्षा होती है। इसीलिए एक अच्छा चौकीदार ही पूर्ण सुरक्षा की गारंटी दे सकता है बशर्ते उसे अपने तरीके से काम करने दिया जाए। किसी के फिजूल के ज्ञान देने, सवाल पूछने और व्यर्थ की टिप्पणियां करने से सुरक्षा नहीं होती, बल्कि चौकीदार के काम करने से सुरक्षा होती है। क्योंकि काम तो चौकीदार को करना है टिप्पणीकारों को नहीं।
रंग में भंग डालने का काम कई लोगों को इतना भाता है कि वे हित अहित की बात सोचे बिना ही शब्दों के व्यंग बाण चलाने लग जाते हैं।अब देखिए कुछ लोगों के द्वारा टांग खिचाई का कार्यक्रम तो चलता ही रहेगा। आप लोग तो बस चौकीदार के मास्टर स्ट्रोक पर विश्वास रखिए क्योंकि सब की सुरक्षा चौकीदार के हाथ है। याद रखिए -फुटबॉल में खिलाड़ी का सुपर पंच कभी भी खेल का पासा पलट सकता है